प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) ने सोमवार को 754 करोड़ रुपये के बैंक धोखाधड़ी मामले में धन शोधन जांच के सिलसिले में समाजवादी पार्टी (सपा) नेता और पूर्व विधायक विनय शंकर तिवारी से जुड़े परिसरों पर छापेमारी की। एजेंसी धन शोधन निवारण अधिनियम (पीएमएलए) के तहत उत्तर प्रदेश (यूपी), दिल्ली और मुंबई में कुल दस स्थानों पर तलाशी ले रही थी।
ईडी ने ठिकानों पर मारा छापा
तिवारी गंगोत्री एंटरप्राइजेज लिमिटेड के प्रमोटर हैं, जिसने बैंक ऑफ इंडिया के नेतृत्व में सात बैंकों के संघ से 1129.44 करोड़ रुपये की ऋण सुविधा प्राप्त की थी।
ईडी ने आरोप लगाया है कि ऋण सुविधाओं का भुगतान नहीं किया गया और गंगोत्री एंटरप्राइजेज लिमिटेड और उसके प्रमोटरों/निदेशकों/गारंटरों द्वारा बैंकिंग मानदंडों का उल्लंघन करते हुए बड़े पैमाने पर डायवर्ट, गबन और गबन किया गया, जिससे बैंकों के संघ को ₹754.24 करोड़ का गलत नुकसान हुआ।
इससे पहले, वित्तीय अपराध जांच एजेंसी ने इस मामले में ₹102.94 करोड़ की कई संपत्तियां कुर्क की थीं।