कानपुर में बिल्डरों पर एक्शन जारी है। दरअसल, केडीए की आवासीय योजना आने से पहले वहां के बिल्डरों ने आसपास बिना लेआउट के प्लाटिंग शुरु कर दी है। इसके अलावा न्यू कानपुर सिटी योजना में मुआवजा देने के सामने मामले का खुलासा भी हुआ। बताया जा रहा है कि बिल्डर ने लोगों को अवैध तरीके से भूखंड बेचना भी शुरु कर दिए। इसको लेकर लोग फंस गए है क्योंकि, केडीए ने लोगों को जागरुक करने के साथ ही योजना के आसपास और हर जोन में अविकसित इलाकों में हो रही अवैध प्लाटिंग की सर्वे शुरु हो चुका है। इस पर आधिकारियों ने जांच शुरु कर दी है।
सचिव सर्वे के आदेश दिए
इसको लेकर सचिव अभय पांडेय ने सभी विशेष कार्याधिकारी को आदेश दिए हैं कि टीम लगातर हर एक क्षेत्र में सर्वे कराया जा रहा है और अवैध हो रही प्लाटिंग चिह्नित की जाए। जहां पर बिना लेआउट के हो रही प्लाटिंग को रोका जाए और नोटिस देकर गिराया जाए। इसके साथ ही कहा गया है कि केडीए की योजना के अलावा कहीं भी भूखंड खरीदते हैं, तो एक बार प्राधिकारण से परीक्षण जरुर करा लें, ताकि पता हो सके कि लेआउट पास है या नहीं।
केडीए ने 15 सौ वर्गमीटर जमीन खाली कराई गई
बता दें कि, केडीए के दस्ते ने चैतन्य विहार में कब्जे करने वाली जगह पर 1500 वर्गमीटर भूमि अतिक्रमण से मुक्त कराई। कीमत की बात करें, करीब 12 करोड़ रुपये आंकी गई है। जिन लोगों ने इसका विरोध किया उसको खदेड़ दिया।