जहां एक ओर सरकार ओबीसी की जातीय जनगणना से भाग रही है। तो वहीं दूसरी ओर प्रदेश में जातीय जनगणना की मांग भी होनी चाहिए। इसके अलावा अन्य मांगों को लेकिन हरियाणा में यात्रा निकाली जाएगी। वहीं 17 फरवरी को रोहतक में गर्जना रैली की जाएगी। इस दौरान जातिगत जनगणना से लेकर अन्य कई मुद्दों पर रैली की जाएगी। यह जानकारी एफएसएके गर्जना सेना हरियाणा के राष्ट्रीय अध्यक्ष हनुमान वर्मा सहित अनेक ओबीसी मोर्चा के सदस्यों ने दी है।
उन्होंने जानकारी देते हुए बताया कि ओबीसी समाज रोहतक में 17 फरवरी को गर्जना रैली करेगा। इस यात्रा की शुरूआत 26 नवंबर से की जाएगी। इस यात्रा के दौरान हिसार, सोनीपत, भिवानी व रोहतक की लोकसभा सीटों को कवर करेगी। बता दें कि इस यात्रा को लेकर 31 सदस्यीय कमेटी बनाई गई है। इस कमेटी में सुरेंद्र पांचाल, महेंद्र पांचाल व अन्य सुरेश प्रजापति, तेजबीर सैन, गणेशी लाल, सुरेश सैन और अशोक आदि शामिल हैं।
राष्ट्रीय अध्यक्ष हनुमान वर्मा ने बताया कि जब पशु-पक्षियों की गणना की जा सकती है, तो फिर सरकार जातीय जनगणना क्यों नहीं करवा रही है। जातीय जनगणना से अलग-अलग जातियों का सही आंकड़ा सामने आएगा। उन्होंने बताया कि विचार-विमर्श करने के बाद जल्द ही संगठन में नई कार्यकारिणी का ऐलान किया जाएगा। उन्होंने कहा कि एफएसएके गर्जना सेना गर्जना रैली का आजोयन राज्य की सामाजिक न्याय अति पिछड़ा वर्ग द्वारा किया जा रहा है।
बता दें कि इस रैली में 7 सूत्रीय कार्यक्रम किया जाएगी। जिसमें यह भी जवाब मांगा जाएगा कि बीजेपी इस मुद्दे से क्यों भाग रही है। इसके साथ ही यह भी पूछा जाएगा कि 33 फीसदी राजनीतिक कोटे में महिलाओं का अलग कोटा क्यों नहीं। वहीं मैडम रोहिणी आयोग की रिपोर्ट (श्रेणी विभाजन) लागू करने आदि मांग रखी जाएगी।