बिहार चुनाव को लेकर राज्य की राजनैतिक पार्टियों में काफी जोश देखने को मिल रहा है। फिलहाल प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने बिहार की महिलाओं को 10-10 हजार रुपये अंकाउंट में डालें। ताकि महिलाओं को रोजगार मिलता रहे है और इससे वे अपना आत्मनिर्भर तरीके से अपना व्यवसाय चला सकती हैं। इस बीच, बिहार विधानसभा चुनाव से पहले एक महत्वपूर्ण घटनाक्रम में, राष्ट्रीय जनता दल (राजद) प्रमुख लालू प्रसाद यादव के बड़े बेटे और पूर्व मंत्री तेज प्रताप यादव ने अपनी नई राजनीतिक पार्टी, जनशक्ति जनता दल (जनशक्ति जनता दल) का गठन किया है। इस पार्टी का चुनाव चिन्ह एक ब्लैकबोर्ड है और इसके पोस्टर पर महात्मा गांधी, बीआर अंबेडकर, राम मनोहर लोहिया, जयप्रकाश नारायण और कर्पूरी ठाकुर जैसे प्रमुख नेताओं की तस्वीरें हैं।
तेज प्रताव यादव ने बनाई अपनी नई पार्टी
पार्टी के पोस्टर में "सामाजिक न्याय, सामाजिक अधिकार और सम्पूर्ण परिवर्तन" के महत्व पर ज़ोर दिया गया है। एक्स पर एक पोस्ट में तेज प्रताप यादव ने लिखा, "हम बिहार के सम्पूर्ण विकास के लिए पूरी तरह समर्पित और प्रतिबद्ध हैं। हमारा उद्देश्य बिहार में सम्पूर्ण परिवर्तन लाना और ज़मीनी स्तर से एक नई व्यवस्था का निर्माण करना है। हम बिहार के सम्पूर्ण विकास के लिए लंबी लड़ाई लड़ने को तैयार हैं।"
लालू यादव ने राजद से तेज प्रताप यादव को निष्कासित किया
तेज प्रताप यादव को उनके पिता लालू प्रसाद ने 25 मई को राजद से छह साल के लिए निष्कासित कर दिया था, क्योंकि उन्होंने सोशल मीडिया पर अनुष्का नाम की एक महिला के साथ "रिश्ते में" होने की बात कथित तौर पर कबूल की थी। हालांकि बाद में तेज प्रताप ने यह कहते हुए पोस्ट डिलीट कर दिया कि उनका पेज "हैक" हो गया था, लेकिन लालू प्रसाद ने उनके "गैर-ज़िम्मेदाराना व्यवहार" के कारण उन्हें त्याग दिया। इससे पहले जुलाई में, तेज प्रताप यादव ने घोषणा की थी कि वह वैशाली जिले की महुआ सीट से आगामी बिहार विधानसभा चुनाव लड़ेंगे। तेज प्रताप यादव ने 2015 के विधानसभा चुनावों में अपनी राजनीतिक शुरुआत की थी और वह दूसरी बार विधायक हैं और राज्य मंत्रिमंडल में दो बार संक्षिप्त कार्यकाल भी निभा चुके हैं।