भारत के पूर्वोत्तर राज्य त्रिपुरा में लोकसभा चुनाव को लेकर सियासी सरगर्मी तेज हो गई है। भाजपा यहां पर एक बार फिर साल 2019 वाला जादू बरकरार रखना चाहती हैं। तो वहीं विपक्षीय दल भाजपा के विजय रथ को रोकने के साथ अपना सिक्का जमाना चाहती है। बता दें कि साल 2019 के लोकसभा चुनाव के दौरान भाजपा की प्रतिमा भौमिक ने जीत हासिल की थी।
इस बार भी इस सीट पर मुख्य मुकाबला भाजपा और कांग्रेस की बीच है। जहां इस सीट पर पूर्व मुख्यमंत्री और भाजपा नेता बिप्लब कुमार देब और विपक्षी इंडिया ब्लॉक के उम्मीदवार आशीष कुमार के बीच कड़ा मुकाबला देखने को मिल रहा है। तो आइए जानते हैं इन दोनों प्रत्याशिय़ों के सियासी सफर के बारे में।
बीजेपी प्रत्याशी बिप्लब कुमार देब
साल 2019 के लोकसभा चुनाव में भाजपा की प्रतिमा भौमिक ने जीत हासिल की थी, लेकिन भाजपा ने इस बार पूर्व मुख्यमंत्री और भाजपा नेता बिप्लब कुमार देब को चुनावी मैदान में उतारा है। बिप्लब कुमार देव भारतीय राजनीतिज्ञ होने के साथ ही साल 2022 से त्रिपुरा से राज्यसभा के सदस्य के रूप में कार्यरत हैं। वहीं साल 2018 से लेकर 2022 तक वह राज्य के 10वें मुख्यमंत्री के तौर पर भी कार्य किया है। बिप्लब देव पूर्वोत्तर भारत की राजनीति में काफी चर्चित नाम है। उनकी सबसे ज्यादा चर्चा उस दौरान हुई थी, जब साल 2017 में उन्होंने कांग्रेस के सभी विधायकों को भाजपा में शामिल करवा दिया था।
कांग्रेस प्रत्याशी आशीष कुमार साहा
त्रिपुरा के 72 साल के चुनावी इतिहास में पहली बार कांग्रेस और वामदलों ने बीजेपी को रोकने के लिए संयुक्त रूप से संसदीय चुनाव लड़ने के लिए गठबंधन किया है। इससे पहले पिछले विधानसभा चुनाव में कांग्रेस और वामपंथी दलों ने एकजुट होकर सत्ताधारी पार्टी का विरोध किया था। कांग्रेस पार्टी की तरफ से राज्य कांग्रेस अध्यक्ष आशीष कुमार साहा को चुनावी मैदान में उतारा है।