बुधवार को उत्तर प्रदेश में 9 विधानसभा सीटों पर उपचुनाव के लिए तैयार है। इस लोकसभा चुनाव के बाद भाजपा और सपा पहली चुनावी लड़ाई के रुर में देखा जा रहा है। जहां कांग्रेस उपचुनाव नहीं लड़ रही है और अपने भारतीय ब्लॉक सहयोगी सपा का समर्थन कर रही है, बहुजन समाज पार्टी सभी 9 सीटों पर अपने दम पर चुनाव लड़ रही है। इससे पहले चुनाव अयोग को एक चिट्ठी लिखी है। इस चिट्ठी में सपा में चुनाव आयोग से मांग की है मतदान के दौरान मुस्लिम महिलाओं की बुर्का हटाकर चेकिंग न की जाए।
सपा ने पत्र में क्या कहा
पत्र में आगे कहा गया है कि मतदाता पहचान-पत्र की जांच करने का अधिकार मतदान अधिकारी के पास है। लोकसभा चुनाव 2024 के दौरान मतदान केंद्रों पर तैनात पुलिस अधिकारियों ने अपनी शक्ति और पद का दुरुपयोग किया और सपा समर्थकों, खासकर मुस्लिम महिला मतदाताओं को डराकर उनके बुर्के उतरवा दिए। इसके बाद मतदाताओं को मतदान केंद्रों से बिना मतदान किए लौटना पड़ा और इससे मतदान प्रभावित हुआ और मतदेय स्थलों पर मतदान प्रतिशत में गिरावट आई थी।
मतदान से पहले, समाजवादी पार्टी प्रमुख अखिलेश यादव ने मंगलवार को मतदाताओं से उनकी पार्टी के लिए वोट करने का आग्रह किया।
एसपी के एक्स पर एक पोस्ट में उन्होंने कहा, "मैं अपने सभी मतदाताओं, खासकर युवा किसानों से मदद करने के लिए कहना चाहूंगा। प्रशासन केवल चुनाव में गड़बड़ी पैदा कर सकता है। मुझे उम्मीद है कि प्रशासन अधिकारों की रक्षा के लिए काम करेगा।" बाबा साहेब भीमराव अंबेडकर द्वारा दिए गए संविधान को बचाने के लिए।”
यूपी बीजेपी के प्रवक्ता मनीष शुक्ला ने मंगलवार को समाजवादी पार्टी पर तंज कसते हुए कहा,.."समाजवादी पार्टी को उपचुनाव में हार का डर है। अखिलेश यादव हार का ठीकरा चुनाव आयोग पर फोड़कर जिम्मेदारी से बचना चाहते हैं।"