देशभर में 18वीं लोकसभा चुनाव की तैयारियां चल रही हैं। वहीं उत्तराखंड में भाजपा और कांग्रेस के पीढ़ी परिवर्तन का दौर भी शुरू हो गया है। राज्य की दोनों ही प्रमुख राजनीतिक पार्टियां पुराने दिग्गजों से धीरे-धीरे किनारा करने नजर आ रही हैं। जिससे कि पार्टी के नए चेहरों को मौका मिल सके। बता दें कि राज्य की पांच लोकसभा सीटों पर 19 अप्रैल को पहले चरण में मतदान होने हैं। ऐसे में राज्य के दोनों प्रमुख दलों ने अपने-अपने प्रत्याशियों को चुनावी रण में उतार दिया है। तो आइए जानते हैं उत्तराखंड की अल्मोड़ा लोकसभा सीट पर राजनीतिक दलों ने किन चेहरों पर दांव लगाया है।
बीजेपी प्रत्याशी अजय टम्टा
उत्तराखंड की अल्मोड़ा सीट पर भाजपा ने लगातार तीसरी बार अपने पुराने उम्मीदवार अजय टम्टा पर भरोसा जताया है। हांलाकि इस सीट पर साल 1991 से ही बीजेपी का दबदबा रहा है। बीजेपी में शामिल होने से पहले अजय टम्टा ABVP से जुड़े थे। फिर साल 2007 में उनको पहली बार सोमेश्वर विधानसभा सीट से टिकट मिला था। इस सीट पर वह जीत हासिल कर विधायक बने थे। इसके बाद भुवन चंद्र खंडूड़ी सरकार में अजय टम्टा को राज्यमंत्री का प्रभार सौंपा गया था।
पहली बार सांसद बनने के बाद उन्होंने अपने कार्य के चलते मोदी कैबिनेट में टेक्सटाइल राज्यमंत्री बनाया गया। हांलाकि बताया जा रहा है कि साल 2014 और 2019 की तरह इस बार भी उत्तराखंड की अल्मोड़ा लोकसभा सीट से अजय टम्टा अपना मैजिक दिखाने में कामयाब रहेंगे।
कांग्रेस प्रत्याशी प्रदीप टम्टा
इसके साथ ही अल्मोड़ा सीट से कांग्रेस ने एक बार फिर प्रदीप टम्टा को चुनावी रण में उतारा है। इससे पहले साल 2019 के चुनाव में भी पार्टी ने प्रदीप टम्टा पर भरोसा जताया था। बता दें कि प्रदीप टम्टा साल 2002 के विधानसभा चुनाव में सोमेश्वर सीट से विधायक रह चुके हैं। वहीं अल्मोड़ा से 15वीं लोकसभा से कांग्रेस सांसद रहे प्रदीप टम्टा को साल 2016 में राज्यसभा भेजा गया था। इसके साथ ही साल 2009 के लोकसभा चुनाव के दौरान कांग्रेस प्रत्य़ाशी प्रदीप टम्टा को लोकसभा चुनाव में जीत मिली थी।
पिछले दो चुनावों पर नजर डालें तो बीजेपी प्रत्याशी अजय टम्टा ने कांग्रेस प्रत्य़ासी प्रदीप टम्टा को लगातार मात दी है। ऐसे में एक बार फिर चुनावी रण में दो टम्टा आमने-सामने होंगे। एक ओर जहां अजय टम्टा भाजपा को जीत दिलाने के लिए फिर से मैदान में हैं। तो वहीं दूसरी ओर प्रदीप टम्टा अल्मोड़ा सीट से कांग्रेस के सूखे को खत्म करने के लिए सियासी रण में उतरे हैं। वहीं इस चुनाव के बाद काफी हद तक प्रदीप टम्टा का सियासी भविष्य़ भी तय होगा।
बसपा
इसके अलावा बहुजन समाज पार्टी ने भी उत्तराखंड में सियासी बिसात बिछानी शुरूकर दी है। उत्तराखंड की पांचों सीटों पर बसपा ने अपने प्रत्याशी उतार दिए हैं। अल्मोड़ा पिथौरागढ़ सीट से बसपा ने नारायण राम पर भरोसा जताया है।