अक्टूबर के महीने में हरियाणा में विधानसभा के चुनाव होने वाले है। ऐसे में सभी राजनैतिक पार्टियां एड़ी-चोटी का बल लगा रहे हैं। इस अक्टूबर में हरियाणा के विधानसभा के चुनाव होने वाले हैं। हरियाणा की 90 सीटों पर 5 अक्टूबर को मतदान होना है। इस चुनाव को लेकर भाजपा की स्थिति 2014 और 2019 के चुनाव के मुकाबले कमजोर मानी जा रही है, लेकिन भाजपा अपने स्तर पर हरसंभव प्रयास कर रही है। बिगड़े हुए समीकरणों को साधा जा सकता है। इसी के चलते भाजपा ने प्लान 12 तैयार किया है। इतना ही नहीं दक्षिण हरियाणा की 12 विधानसभा सीटों को टारगेट किया जा रहा है।
इस नेता को जिम्मा सौफा
बीजेपी ने हरियाणा विधानसभा चुनाव के लिए यादवल समाज के बड़े नेता राव इंद्रजीत को अहीरवाल बेल्ट में फ्री हैंड दिया गया है और कहा गया है कि वे अपने स्तर पर रणनीति तैयार करें। इसी बेल्ट की अटेली सीट से राव इंद्रजीत सिंह की बेटी आरती राव भी चुनाव में उतरी हैं। कहा जा रहा है कि राव इंद्रजीत की सिफारिश पर ही इस इलाके में टिकट वितरण किया जा रहा है। यह नेता उस जगह के प्रभारी हैं और इंद्रजीत का फोकस अपनी बेटी की अटेली सीट पर ही न हो जाए।
जाट बेल्ट की काट के लिए बीजेपी ने बनाया प्लान
हरियाणा राज्य में यादवों की अच्छी खासी संख्या है। गुरुग्राम, रेवाड़ी, अटेली, महेंद्रगढ़ जैसे इलाकों की सीटें यादव बहुल है। यहां पर ब्राह्मणों की भी संख्या अच्छी खासी है। जाटों की संख्या इस बेल्ट में पानीपत, सोनीपत, झज्जर, कैथल, रोहतक, सिरसा और हिसार जैसी नहीं है। वैसे जाट समुदाय में भाजपा के प्रति नाराजगी देखने को मिल रही है। ऐसे में पार्टी को लगता है कि उन इलाकों में ज्यादा फोकस किया जाए, जहां गैर-जाट आबादी अधिक है। वहीं, साउथ हरियाणा पर फोकस उत्तर हरियाणा में करनाल, अंबाला, यमुनानगर और कुरुक्षेत्र से भी भाजपा को उम्मीदें हैं।