Himachal Cabainet: हिमाचल में फिर अटका मंत्रिमंडल का विस्तार, शीत सत्र तक मिल सकते हैं राज्य को तीन नए मंत्री

LSChunav     Sep 07, 2023
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Himachal Cabainet: हिमाचल में फिर अटका मंत्रिमंडल का विस्तार, शीत सत्र तक मिल सकते हैं राज्य को तीन नए मंत्री

हिमाचल प्रदेश में एक बार फिर से मंत्रिमंडल का विस्तार अटक गया है। बता दें कि विधानसभा के इस मानसून सत्र में भी मंत्रियों के तीन पद खाली रहेंगे। ऐसे में अब शीतकालीन सत्र या फिर लोकसभा चुनाव से पहले हिमाचल प्रदेश के मंत्रिमंडल विस्तार की संभावना है।

हिमाचल प्रदेश में एक बार फिर से मंत्रिमंडल का विस्तार अटक गया है। बता दें कि विधानसभा के इस मानसून सत्र में भी मंत्रियों के तीन पद खाली रहेंगे। उम्मीद जताई जा रही है कि विधानसभा के शीत सत्र तक इन तीन पदों पर नए मंत्री बनाए जा सकते हैं। वर्तमान समय में हिमाचल मंत्रिमंडल में सीएम सुखविंदर सिंह सुक्खू के अलावा 8 मंत्री हैं। वहीं मुख्यमंत्री सुक्खू समेत मंत्रिमंडल में सिर्फ 12 सदस्य हो सकते हैं। पिछले कई महीनों से सुक्खू मंत्रिमंडल में विस्तार की पहेलियां चल रही हैं।


बता दें कि हिमाचल के सीएम सुखविंदर सिंह सुक्खू जब-जब दिल्ली आते हैं, तब-तब कैबिनेट विस्तार की चर्चा छिड़ती है। हालांकि सीएम अभी तक इस बारे में अपने पत्ते खोलने से बच रहे हैं। वर्तमान में राज्य में कांग्रेस सरकार आने के बाद भी मंत्रिमंडल का विस्तार नहीं किया गया है। सबसे पहले राज्य में बतौर सीएम सुखविंदर सिंह सुक्खू ने और 11 दिसंबर को डिप्टी सीएम मुकेश अग्निहोत्री ने शपथ ली थी। 


सीएम और डिप्टी सीएम के सपथ लेने के करीब 1 महीने बाद सात मंत्रियों जिनमें चंद्र कुमार, हर्षवर्धन चौहान, जगत सिंह नेगी, धनीराम शांडिल, रोहित ठाकुर, अनिरुद्ध सिंह और विक्रमादित्य सिंह को 8 जनवरी को शपथ दिलाई गई थी। इन मंत्रियों के शपथ लेने के बाद भी मंत्रियों की तीन पद खाली रह गए थे। ऐसे में इस बारे में कई बार चर्चा की गई। साथ ही यह अंदेशा भी जताया गया कि बिलासपुर जिले के घुमारवीं से राजेश धर्माणी को मंत्रिमंडल में जगह मिल सकती है।


इसके अलावा कांगड़ा जिले से भी दो नेताओं को मंत्रिमंडल में शामिल किए जाने पर चर्चा होती रही। हालांकि अभी तक इस मामले पर कोई स्पष्ट निर्णय नहीं हो सका है। पहले माना जा रहा था कि हिमाचल प्रदेश को मानसून सत्र से पहले तीन मंत्री और मिल जाएंगे। लेकिन अब स्थिति देखकर लग रहा है कि यह मामला अभी और आगे खिसक सकता है। ऐसे में अब शीतकालीन सत्र या फिर लोकसभा चुनाव से पहले हिमाचल प्रदेश के मंत्रिमंडल विस्तार की संभावना है।