TMC विधायक निर्मल घोष से सीबीआई ने की पूछताछ, उस दिन आरजी कर से लेकर श्मशान तक क्या 'मैनेज' कर रहे थे?
कोलकाता में डॉक्टर के साथ रेप-मर्डर मामले में सीबीआई ने टीएमसी विधायक निर्मल घोष से पूछताछ की। 7 घंटे तक लगातर पूछताछ चलती रही। घोष पर आरोप है कि उन्होंने पीड़िता के जल्दबाजी में अंतिम संस्कार की व्यवस्था की। घोष ने कहा कि वह पीड़िता के माता-पिता की इच्छा का पालन कर रहे थे। सीबीआई हर एक एंगल की जांच कर रही थी।
कोलकाता डॉक्टर रेप-मर्डर मामले में टीएमसी विधायक निर्मल घोष से सीबीआई के आधिकारियों ने 7 घंटे तक पूछताछ की। निर्मल घोष पर शिकंजा इसलिए कसा गया है, क्योंकि वह डॉक्टर रेप- हत्याकांड के दिन आरजी कर अस्पताल में कई घंटों तक ठहरे थे। सीबीआई ने बताया कि मामले में अस्पताल के फॉरेंसिक विभाग के डॉक्टर प्रोफेसर अपूर्वा बिस्वास से भी पूछताछ हुईं। आपको बता दें कि, टीएमसी के पानीहाटी विधायक घोष सुबह करीब 10.30 बजे साल्ट लेक में सीबीआई के ऑफिस पहुंचे। घोष ने कहा कि मुझे जांच अधिकारियों को कुछ बातें बतानी थीं और उन्हें भी मुझसे कुछ बातें जाननी थीं।
श्मशान घाट पर मौजूद थे निर्मल घोष
सीबीआई ने आरोप लगा चुकी है कि डॉक्टर के माता-पिता दोबारा पोस्टमॉर्टम की मांग करने के बावजूद जल्दबाजी में अंतिम संस्कार कर दिया गया। जूनियर डॉक्टरों के ग्रुप ने अपराध के बाद घोष की अस्पताल में मौजूदगी पर सवाल उठाए थे। उन्होंने यह भी आरोप लगाए कि पीड़िता को शमशान घाट लाए जाने से पहले दो और शव थे, लेकिन उनसे पहले उसका अंतिम संस्कार कर दिया गया। हड़बड़ी में अंतिम संस्कार किया गया। निर्मल घोष इस पर कह चुके है कि उन्होंने पीड़िता के माता-पिता की इच्छा का पालन किया। उन्होंने यह भी बताया है कि वह अस्पताल में इसलिए मौजूद थे, क्योंकि वह उनके निर्वाचन क्षेत्र की निवासी थे।
पीड़िता के पिता ने लगाया आरोप
पीड़िता के पिता ने बताया कि निर्मल घोष अस्पताल में थे और हमने उन्हें श्मशान घाट पर भी देखा। मैंने केवल पूर्व पार्षद सोमनाथ डे को सूचित किया था। जब हम श्मशाम घाट पहुंचे, तो हमने उसे अंतिम संस्कार के लिए चिता के सामने लेटा हुआ पाया।
सीबीआई के पूछताछ के बाद सीजीओ कॉम्प्लेक्स से बाहर आते हुए घोष ने कहा - जिन लोगों ने उसे प्रताड़ित किया और बेरहमी से हत्या की, उनको राज्य द्वारा कानून बनाए जाने के बाद दंडित किया जाएगा।
निर्मल घोष ने क्या कहा
पीड़िता मेरे विधानसभा क्षेत्र की डॉक्टर थीं। मैं चाहता हूं कि अपराधियों को फांसी की सजा मिले। मैं पीड़िता के लिए न्याय चाहता हूं। सीबीआई अधिकारी ने कहा कि घोष पर मृतक डॉक्टर के जल्दबाजी में अंतिम संस्कार की व्यवस्था करने में मुख्य भूमिका निभाने का संदेह है।