Lok Sabha Elections: लोकसभा चुनाव की बिसात और कौन सी पार्टी किसके साथ, जानिए UP का चुनावी समीकरण
देश के राजनीतिक परिदृश्य को यूपी के मतदाता काफी हद तक प्रभावित करते हैं। ऐसे में हम आपको बताने जा रहे हैं कि लोकसभा चुनाव से उत्तर प्रदेश में किस पार्टी का क्या रुख है। किन राजनीतिक पार्टियों का यूपी में अच्छा खास प्रभाव है।
लोकसभा चुनाव में उत्तर प्रदेश सबसे बड़ा प्रदेश है। यूपी में लोकसभा की 80 सीटें हैं। वहीं उत्तर प्रदेश में होने वाली राजनीति का देश की राजनीति में बड़ा प्रभाव रहता है। इसका अंदाजा आप इस बात से भी लगा सकते हैं कि केंद्र में इस पार्टी की सरकार बनेगी, इसमें सबसे ज्यादा योगदान उत्तर प्रदेश का रहता है। यूपी भारत का सबसे अधिक आबादी वाला राज्य है। यूपी में करीब 24 करोड़ से भी ज्यादा लोग रहते हैं।
देश की कुल आबादी के 18 फीसदी लोग यूपी में रहते हैं। इस तरह से देश के राजनीतिक परिदृश्य को यूपी के मतदाता काफी हद तक प्रभावित करते हैं। ऐसे में आज इस आर्टिकल में हम आपको बताने जा रहे हैं कि लोकसभा चुनाव से उत्तर प्रदेश में किस पार्टी का क्या रुख है। किन राजनीतिक पार्टियों का यूपी में अच्छा खास प्रभाव है।
यूपी में कितने राजनीतिक दल
आपको बता दें कि हाल ही में 26 विपक्षी दलों ने मिलकर INDIA नामक गठबंधन बनाया है। यह 2024 के चुनाव में NDA सरकार के सामने होगा। हांलाकि इस गठबंधन में शामिल कुछ दलों ने पहले ही अपना पाला बदल लिया है। फिलहाल यूपी की प्रमुख 4 राष्ट्रीय पार्टियां और 8 राज्य-स्तरीय पार्टियां हैं। जो लोकसभा चुनाव में उतरने की तैयारी कर रही हैं।
राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन NDA में भाजपा, सुहेलदेव भारतीय समाज पार्टी, राष्ट्रीय लोक दल, अपना दल (सोनेलाल) और NISHAD पार्टी शामिल हैं। वहीं INDIA गठबंधन में समाजवादी पार्टी, जनवादी पार्टी (सोशलिस्ट), अपना दल (कमेरावादी), महान दल और राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी (एनसीपी) शामिल है। वहीं बसपा और AIMIM अकेले दम पर चुनाव मैदान में उतरेंगी।
किस राजनीतिक पार्टी का क्या रुख
बीजेपी
साल 2024 में भाजपा सत्ता में वापसी करने के लिए पूरी तरह से तैयार है। पार्टी राष्ट्रवाद, विकास और हिंदुत्व के मुद्दों पर चुनाव लड़ती है। बीजेपी का दावा है कि पार्टि ने यूपी में विकास करने के साथ ही राष्ट्रीय सुरक्षा को मजबूत करने का काम किया है। भाजपा उत्तर प्रदेश में सभी 80 सीटों पर कमल खिलने का दावा कर रही है।
समाजवादी पार्टी
समाजवादी पार्टी मुख्य विपक्षी दल की भूमिका में हैं। वह बीजेपी को हराने की पुरजोर कोशिश में है। सपा सामाजिक न्याय, गरीबों के कल्याण और किसानों के हितों के मुद्दों पर चुनाव लड़ेगी। सपा पार्टी का दावा है कि भाजपा किसानों व गरीबों को अनदेखा कर रही है।
बसपा
साल 2022 के विधानसभा चुनाव में बसपा अच्छा प्रदर्शन नहीं कर पाई थी। ऐसे में लोकसभा चुनाव में बसपा अपनी खोई हुई जमीन फिर से वापस पाने का प्रयास करेगी। बता दें कि पार्टी पिछड़े और दलित वर्गों के हितों के मुद्दों को उठाकर चुनाव लड़ेगी।
कांग्रेस
साल 2024 के चुनाव में कांग्रेस पार्टी बेहतर प्रदर्शन करने की कोशिश करेगी। कांग्रेस महिलाओं और युवाओं पर ध्यान केंद्रित कर रही है। पार्टी का रोजगार, विकास और महंगाई के मुद्दे पर चुनाव लड़ेगी।
आरएलडी
बता दें कि 2024 के चुनाव से पहले राष्ट्रीय लोक दल ने अपना पाला बदलकर बीजेपी से गठबंधन कर लिया है। पार्टी किसानों के हितों पर गरीबों के कल्याण के मुद्दे के साथ चुनावी मैदान में उतरेगी।
आम आदमी पार्टी
उत्तर प्रदेश में आप पार्टी भी अपना प्रभाव बढ़ाने का प्रयास करेगी। आप पार्टी शिक्षा, स्वास्थ्य और भ्रष्टाचार के मुद्दों पर चुनाव लड़ेगी। पार्टी का दावा है कि बीजेपी भ्रष्ट पार्टी है और बीजेपी शिक्षा, स्वास्थ्य और भ्रष्टाचार के मुद्दों को नजरअंदाज कर रही है।
फिलहाल उत्तर प्रदेश में बीजेपी सबसे मजबूत दावेदार है। साल 2022 के विधानसभा चुनाव में 312 सीटों पर जीत हासिल कर सत्ता में आने के बाद बीजेपी 2024 में अपनी जीत दोहराने का प्रयास करेगी। यूपी में बीजेपी का मजबूत संगठन है। वहीं पार्टी के पास जमीनी स्तर पर कार्यकर्ताओं का एक बड़ा और अच्छा नेटवर्क भी है। वहीं यूपी में कई लोकप्रिय नेता हैं। यूपी के सीएम योगी आदित्यनाथ, उपमुख्यमंत्री केशव प्रसाद मौर्य और गृह मंत्री अमित शाह यूपी के लोकप्रिय नेता हैं।