Crime Against Women in MP: क्राइम के मामले में अभी भी सेफ नहीं है MP, शिवराज सरकार पर लगे चौपट कानून व्यवस्था के आरोप

पूर्व सीएम कमलनाथ ने शिवराज सरकार पर आरोप लगाते हुए कहा कि मध्य प्रदेश की कानून व्यवस्था चौपट है। कमलनाथ ने निशाना साधते हुए कहा कि राज्य महिलाओं पर हो रहे अत्याचार के लिए फेमस है। वहीं महिलाओं के शोषण में प्रदेश नंबर वन है।
आपको बता दें कि देश में साल 2019 से 2021 के बीच में 13 लाख 13 हजार लड़कियां व महिलाएं लापता हुई हैं। इनमें गायब होने वाली महिलाएं व लड़कियां सबसे ज्यादा मध्य प्रदेश की हैं। मध्य प्रदेश की कानून व्यवस्था और सुरक्षा व्यवस्था को लेकर अक्सर विपक्ष सरकार को घेरता है। मध्य प्रदेश में एक लाख 60 हजार 180 महिलाएं और 38 हजार 234 लड़कियां गायब हुई हैं। वहीं कांग्रेस नेता और राज्य के पूर्व सीएम कमलनाथ ने भी सुरक्षा व्यवस्था और कानून व्यवस्था को लेकर शिवराज सरकार को जमकर घेरा है।
पूर्व सीएम कमलनाथ ने शिवराज सरकार पर आरोप लगाते हुए कहा कि मध्य प्रदेश की कानून व्यवस्था चौपट है। कमलनाथ ने निशाना साधते हुए कहा कि राज्य महिलाओं पर हो रहे अत्याचार के लिए फेमस है। वहीं महिलाओं के शोषण में प्रदेश नंबर वन है और इसका पूरा श्रेय मध्य प्रदेश के सीएम शिवराज सिंह चौहान को जाता है। कमलनाथ ने आगे कहा कि ऐसे में राज्य की जनता को तय करना है कि वह किसे सत्ता में देखना चाहती है।
गृह मंत्रालय के आंकड़ों के अनुसार, साल 2019 से 2021 के बीच पूरे देश में 18 साल से अधिक आयु की 10 लाख 61 हजार 648 महिलाएं लापता हुईं। वहीं 18 साल से कम आयु की गायब लड़कियों की संख्या 2,51,430 है। इस आंकड़े को नेशनल क्राइम रिकॉर्ड ब्यूरो ने संग्रहित किया है। जिसमें से एक लाख 60 हजार 180 महिलाएं और 38 हजार 234 लड़कियां मध्य प्रदेश से गायब हुई हैं।
गृह मंत्रालय के आंकड़ों के मुताबिक पूरे देश में 2019 से 2021 के बीच 18 साल से अधिक आयु की 10 लाख 61 हजार 648 महिलाएं लापता हुईं. इस दौरान 18 साल से कम आयु की दो लाख 51 हजार 430 लड़कियां गायब हुई हैं. इन आंकड़ों को संग्रहित किया है नेशनल क्राइम रिकॉर्ड ब्यूरो ने. लापता होने वाली महिलाओं में एक लाख 60 हजार 180 महिलाएं और 38 हजार 234 लड़कियां मध्य प्रदेश की हैं.
मध्य प्रदेश में अपराध के पांच उदाहरण
मध्य प्रदेश की राजधानी भोपाल में बच्चियों से दुष्कर्म के 9.4% और इंदौर में 33% अपराध बढ़ा।
साल 2021 से लेकर 31 जुलाई 2023 तक दुष्कर्म और पॉक्सो 6537 वीभत्स घटनाएं।
दुष्कर्म का शिकार हुई बच्चियों को इंसाफ मिलने की स्थिति भयावह है। सिर्फ 35-40% घटनाओं में न्याय मिल सका।
बीते 8 माह में बच्चियों से दुष्कर्म के 66 आरोपियों को सजा बल्कि 92 बच निकले।
शिवराज सरकार में दुष्कर्म और दरिंदगी का शिकार बेटियों को इंसाफ मिलने में सालों लग गए।