'पंजाब के लिए ना झुकेंगे ना एक इंच पीछे हटेंगे' जेल से बाहर आने के बाद सिद्धू ने प्रियंका और राहुल गांधी से की मुलाकात
पिछले साल कांग्रेस नेता को साल 1988 रोड रेज मामले में 1 साल की सजा सुनाई गई थी। 10 महीने की सजा काटकर बाहर आए सिद्धू ने दिल्ली में कांग्रेस की महासचिव प्रियंका गांधी और राहुल गांधी से मुलाकात की। इससे पहले वह पंजाबी सिंगर मूसेवाला के परिवार से भी मिले थे।
कांग्रेस नेता नवजोत सिंह सिद्धू 35 साल पुराने रोड रेज केस में जेल से रिहा होने के बाद लगातार सक्रिय नजर आ रहे हैं। इसी कड़ी में सिद्धू ने गुरुवार को कांग्रेस पार्टी की महासचिव प्रियंका वाड्रा और राहुल गांधी से मुलाकात की। बता दें कि राहुल और प्रियंका गांधी से मुलाकात की तस्वीरें सिद्धू ने अपने सोशल मीडिया हैंडल से ट्वीट की हैं। इस दौरान उन्होंने राहुल गांधी को अपना मेंटर बताया। सिद्धू ने कहा कि उनको जेल में रखा जा सकता है, डराया-धमकाया जा सकता है। लेकिन वह पार्टी और पंजाब को लेकर अपने संकल्प से पीछे हटने वालों में से नहीं हैं।
ट्वीट की तस्वीरें
राहुल गांधी और प्रियंका गांधी के साथ तस्वीर ट्वीट करते हुए सिद्धू ने लिखा कि आज अपने मेंटर राहुल गांधी और फिलोसॉफर प्रियंका गांधी से मुलाकात करी। इससे पहले नवजोत सिंह सिद्धू ने पंजाबी गायक सिद्धू मूसेवाला के परिवार से मुलाकात की थी। बता दें कि पिछले साल यानि की साल 2022 में पंजाबी गायक सिद्धू मूसेवाला की गोली मारकर हत्या कर दी गई थी। बीते 1 अप्रैल को सिद्धू को 1988 रोड रेज मामले में पटियाला जेल से रिहा कर दिया गया था। वह पिछले 10 महीने से पंजाब की पटियाला जेल में बंद थे। नियम के अनुसार, यदि जेल में किसी कैदी का बर्ताव अन्य लोगों के साथ अच्छा रहता है। तो हर महीने में 5 से 7 दिन की सजा कम हो जाती है।
1 साल की सुनाई गई थी सजा
बता दें कि पिछले साल सुप्रीम कोर्ट ने सिद्धू को 1988 के रोड रेज मामले में 1 साल की सजा सुनाई थी। सजा सुनाए जाने के बाद वह पिछले 10 महीने से जेल में बंद थे। दरअसल, दिसंबर 1988 में सिद्धू अपने एक दोस्त के साथ पटियाला के शेरावाले गेट की मार्केट पहुंचे थे। यहां पर गाड़ी की पॉर्किंग को लेकर उनकी 65 वर्षीय बुजुर्ग गुरनाम सिंह से बहस हो गई थी। बहस बढ़ने पर सिद्धू ने गुरनाम सिंह को घायल कर दिया गया था। जिसके बाद गुरनाम की इलाज के दौरान मौत हो गई थी। सिद्धू और उनके दोस्त पर गैर-इरादतन हत्या का मामला दर्ज किया गया था।