चिराग पासवान के ये बयान खड़े कर सकते हैं भाजपा के लिए मुश्किलें

LSChunav     Jul 16, 2021
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चिराग पासवान के ये बयान खड़े कर सकते हैं भाजपा के लिए मुश्किलें

हाल ही में चिराग ने उत्तर प्रदेश में जनसंख्या नियंत्रण कानून के जरिए बिना किसी का नाम लेते हुए भाजपा पर निशाना साधा है। चिराग ने कहा कि कानून बनाना इस समस्या का समाधान नहीं है। उन्होंने कहा कि सरकार को स्कूलों में ही बच्चों को जनसंख्या के विषय पर जागरूक करने का प्रयास करना चाहिए।

लोक जनशक्ति पार्टी के जमुई सांसद चिराग पासवान अभी तकि भाजपा का राग अलापते रहे हैं। लेकिन पार्टी में बगावत के बाद अब चिराग भाजपा के खिलाफ होते नज़र आ रहे हैं। चिराग को बीजेपी की तरफ से सबसे बड़ा झटका तब लगा जब मोदी मंत्रिमंडल में फेरबदल के साथ ही चाचा पशुपति पारस वहां अपनी जगह बनाने में कामयाब रहे, जबकि खुद को प्रधानमंत्री का हनुमान बताने वाले चिराग पासवान खाली हाथ रहे गए। हाल ही में चिराग ने उत्तर प्रदेश में जनसंख्या नियंत्रण कानून के जरिए बिना किसी का नाम लेते हुए भाजपा पर निशाना साधा है। चिराग ने कहा कि कानून बनाना इस समस्या का समाधान नहीं है। उन्होंने कहा कि सरकार को स्कूलों में ही बच्चों को जनसंख्या के विषय पर जागरूक करने का प्रयास करना चाहिए। उन्होंने आगे कहा कि सिर्फ कानून बना देने से ऐसे मुद्दों का हल नहीं निकलता है।  

वहीं दूसरी तरफ, भाजपा की तरफ से कोई सहयोग ना मिलने के बाद चिराग अब गठबंधन पर भी विचार कर रहे हैं। उन्होंने कहा कि अब उनकी पार्टी किसी भी पार्टी के साथ गठबंधन पर विचार चुनाव के समय ही करेगी। चिराग को राजद नेताओं और तेजस्वी यादव की तरफ से गठबंधन में शामिल होने के लिए आमंत्रित किया गया था। आखिरकार, चिराग ने गठबंधन के मुद्दे पर विचार करने की बात कही है। हालाँकि, अभी तक चिराग ने इस बारे में साफ तौर पर कोई भी फैसला नहीं लिया है। 

चिराग के इन दोनों ही बयानों से भाजपा के लिए बड़ी मुश्किलें खड़ी हो सकती हैं। अब अगर भाजपा ने चिराग को वापस पार्टी में शामिल किया तो वे एनडीए के साथ जुड़े रहेंगे। लेकिन अगर भाजपा ने चिराग को जाने दिया तो मुमकिन है कि चिराग राजद के साथ गंठबंधन पर विचार कर सकते हैं। अब देखना यह होगा कि क्या भाजपा चिराग को पार्टी में रोकने के लिए कुछ करेगी या नहीं?