Rae Bareli Lok Sabha Seat: किसकी होगी रायबरेली, आमने-सामने आए राहुल गांधी और दिनेश प्रताप सिंह

अनन्या मिश्रा     May 13, 2024
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Rae Bareli Lok Sabha Seat: किसकी होगी रायबरेली, आमने-सामने आए राहुल गांधी और दिनेश प्रताप सिंह

यूपी की रायबरेली सीट से कांग्रेस ने राहुल गांधी को चुनावी रण में उतारा है, तो वहीं भाजपा ने दिनेश प्रताप सिंह को दोबारा प्रत्याशी बनाया है। दशकों तक इस सीट पर कांग्रेस पार्टी का कब्जा भी रहा है।

उत्तर प्रदेश की रायबरेली सीट पर 20 मई को पांचवे चरण का मतदान होना है। इस बार इस सीट पर कड़ी टक्कर देखने को मिल रही है। दरअसर, रायबरेली सीट कांग्रेस की परंपरागत सीट मानी जाती है और दशकों तक इस सीट पर कांग्रेस पार्टी का कब्जा भी रहा है। लेकिन इस बार कांग्रेस इस सीट को अपने कब्जे में कर पाती है, या इसे हार जाती है। यह कह पाना थोड़ा मश्किल है।

 

क्योंकि कांग्रेस ने इस सीट से राहुल गांधी को चुनावी रण में उतारा है, तो वहीं भारतीय जनता पार्टी ने इस सीट पर दिनेश प्रताप सिंह को दोबारा प्रत्याशी बनाया है। जहां राहुल गांधी को कांग्रेस के दिग्गज नेता के रूप में जाना जाता है, तो वहीं इस क्षेत्र में दिनेश प्रताप सिंह की भी अच्छी खासी पकड़ है।


कांग्रेस प्रत्याशी राहुल गांधी

कांग्रेस ने रायबरेली सीट से राहुल गांधी को चुनावी मैदान में उतारा है। दरअसर, वह केरल की वायनाड से भी चुनाव लड़ रहे हैं। वहीं राहुल गांधी के अमेठी और रायबरेली से चुनाव लड़ने की खबरें काफी दिनों से चल रही थीं। इसको लेकर पार्टी में कई राउंड की बैठकें भी की गईं। जिसके बाद राहुल गांधी को रायबरेली सीट से उतारा गया है। इससे पहले राहुल गांधी की मां सोनिया गांधी रायबरेली सीट से चुनाव लड़ती रही हैं। पिछले चुनाव में भी सोनिया गांधी ने इस सीट से जीत दर्ज की थी। यही कारण है कि पार्टी इस सीट को लेकर काफी आत्मविश्वास में है।


भाजपा प्रत्याशी दिनेश प्रताप सिंह

इसके साथ ही भारतीय जनता पार्टी ने इस सीट से दिनेश प्रताप सिंह पर एक बार फिर भरोसा जताया है। दिनेश प्रताप सिंह की इस क्षेत्र में काफी अच्छी पकड़ है। दिनेश पहले कांग्रेस के एमएलसी भी रह चुके हैं और एक समय पर वह सोनिया गांधी के काफी करीबी माने जाते थे। लेकिन बाद में उन्होंने कांग्रेस का साथ छोड़ दिया और भाजपा का दामन थाम लिया। जनता के बीच अच्छी पकड़ के चलते साल 2019 में भी पार्टी ने उन्हें इस सीट से टिकट दिया था। लेकिन दिनेश प्रताप सिंह को सोनिया गांधी के खिलाफ हार का सामना करना पड़ा था। ऐसे में इस बार भी दिनेश प्रताप सिंह के लिए राहुल गांधी के सामने जीत इतनी भी आसान नहीं होने वाली है।