जब से कांग्रेस हरियाणा और महाराष्ट्र विधानसभा चुनाव में कांग्रेस की करारी हार के बाद इंडिया अलायंस में संघर्ष देखने को मिल रहा है। उद्धव ठाकरे के बाद अब लालू यादव ने भी अलायंस के नेतृत्व राहुल गांधी की बजाय ममता बनर्जी को सौंपने की मांग उठ रही है। उन्होंने कहा कि गठबंधन की बेहतरी के लिए प्रयास करने होंगे। लालू यादव ने कहा कि कांग्रेस के आपत्ति जताने से कुछ नहीं होने वाला है। इस दौरान गठबंधन के साथी बदलाव चाहते हैं और वे चर्चा कर रहे हैं। लालू यादव की इस टिप्पणी के मुख्य माना जा रहा है और बिहार विधानसभा चुनाव से भी इसको जोड़कर देखा जा रहा है।
ममता बनर्जी को इंडिया अलायंस का नेता बनाने की मांग उठी
लालू यादव के तरफ से राहुल गांधी की जगह ममता बनर्जी को INDIA अलायंस का नेता बनाने की मांग उठ रही है। वहीं, लोकसभा चुनाव से पहले लालू यादव की उनके साथ काफी जबरदस्त जुगलबंदी देखने को मिली थी। वहीं, लालू यादव का राहुल गांधी को अपने हाथों से मटन खिलाने और उन्हें दूल्हा बनने के लिए राजी करने वाला बयान काफी मायने रखता है। उनका कहना है कि कांग्रेस के आपत्ति जताने से कुछ नहीं होगा बल्कि नेतृत्व बदलाव गठबंधन की बेहतरी के लिए काफी जरुरी है और इसमें कुछ भी गलत नहीं है।
लालू यादव अलायंस के लीडर बदलाव की मांग क्यों उठा रहे
लालू यादव की यह मांग तब आई, जब तेजस्वी यादव कोलकाता में मौजूद हैं। वहीं, लालू यादव का यह बयान विधानसभा चुनाव से भी जोड़ा जा रहा है। पिछले दिनों कांग्रेस का सीट शेयरिंग को लेकर एक बयान आया था, जिसनें उन्होंने स्ट्राइक रेट के आधार पर सीट बंटवारे की बात कही थी। इसके अलावा महाराष्ट्र में भी काफी खींचतान उद्धव ठाकरे की शिवसेना के साथ की थी। बता दें कि, बिहार में अगले साल ही विधानसभा के चुनाव होने वाले हैं, जहां आरजेडी के साथ उसका गठबंधन है। बरहाल, लालू यादव और तेजस्वी बिल्कुल नहीं चाहते कि कांग्रेस को हावी होने का कोई मौका दिया जाए।