लक्षद्वीप दौरे पर पहुंचे प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने अगाट्टी हवाईअड्डे पर समारोह को संबोधित किया। इस दौरान पीएम मोदी ने लक्षद्वीप में मौजूद अपार संभावनाओं का जिक्र किया। उन्होंने आरोप लगाते हुए कहा कि आजादी के कई सालों के बाद तक भी द्वीपों को उपेक्षा का सामना करना पड़ा। पीएम मोदी ने कहा कि केंद्रशासित प्रदेश लक्षद्वीप कई संभावनाओं से भरा है। लेकिन आजादी के बाद लंबे समय तक इसके बुनियादी ढांचे पर अधिक ध्यान नहीं दिया गया। लेकिन अब केंद्र सरकार ने लक्षद्वीप को विकसित करने का जिम्मा गंभीरता के साथ उठाया है।
प्रधानमंत्री मोदी ने बंदरगाह और जहाजों से होने वाले परिवहन को द्वीपों की लाइफ-लाइन बताते हुए कहा कि बंदरगाल के बुनियादी ढांचे के कमजोर होने की वजह से विकास काफी प्रभावित हुआ है। यहां की शिक्षा, स्वास्थ्य, पेट्रोल-डीजल पर भी यही बात लागू होती है। इन सब समस्याओं के बाद भी सरकार चुनौतियों का सामना करने में जुटी है। इसके साथ ही पीएम मोदी ने अगाट्टी में बर्फ संयंत्र का जिक्र करते हुए कहा कि इस प्लांट के चालू होने के बाद द्वीप पर समुद्री खाद्य प्रसंस्करण की संभावना मजबूत होगी।
बता दें कि स्वतंत्रता दिवस के मौके पर अगस्त 2020 में पीएम मोदी ने कोच्चि-लक्षद्वीप द्वीप समूह सबमरीन ऑप्टिकल फाइबर कनेक्शन परियोजना के साथ-साथ लक्षद्वीप द्वीप पर धीमे इंटरनेट की चुनौती से निपटने का संकल्प लिया था। सरकार द्वारा यह दावा किया गया है कि अब यह परियोजना पूरी हो चुकी है। लक्षद्वीप को पहली बार सबमरीन ऑप्टिकल फाइबर केबल से जोड़ा जाएगा। ऐसा होने के बाद इंटरनेट स्पीड में 100 गुना से अधिक बढ़ जाएगी।