चौथा चरण बीजेपी के लिए काफी महत्वपूर्ण है। एनडीए के लिए 400 से अधिक सीटों का लक्ष्य रखा है। भाजपा पार्टी को 400 सीटों को हासिल करने के लिए दक्षिण भारत से बेहद उम्मीद हैं। आंध्र प्रदेश में खाता खोलने को बेकारर भाजपा ने इस बार काफी प्रचार किया कि आंध्र प्रदेश के साथ ही तेलंगाना में लड़ाई को त्रिकोणीय बना दिया है। दोपहर 1 बजे तक 10 राज्यों और केंद्र शासित प्रदेशों में 40.3% मतदान दर्ज किया गया। तेलंगाना की सभी 17 लोकसभा सीटों, आंध्र प्रदेश की सभी 25 सीटों, उत्तर प्रदेश की 13 सीटों, बिहार की पांच सीटों, झारखंड की चार सीटों, मध्य प्रदेश की आठ सीटों, महाराष्ट्र की 11 सीटों, ओडिशा की सभी सीटों, पश्चिम बंगाल की आठ सीटों पर मतदान हो रहा है और एक जम्मू-कश्मीर में।
2019 में बीजेपी को मिली थी 4 सीट
तेलंगाना में इस समय कांग्रेस सत्ता में हैं, वहीं भाजपा लोकसभा चुनाव में एड़ी चोटी का जोर लगा दिया है। पूर्व सीएम और बीआरएस नेता के चंद्रशेखर राव के लिए लोकसभा चुनाव विधानसभा मे मिली हार का हिसाब चुकता करने का मौका है। उन्होंने चुनाव प्रचार में अपनी पूरी ताकत झोंक दी है। 2019 में भाजपा ने तेलंगाना में चार सींटों पर जीत हासिल की थी, इस बार पार्टी ज्यादा सीट की उम्मीद कर रही है।
21 सीटो पर मुकाबला
दक्षिण भारत की चौथे चरण की 21 सीटों पर मुकाबला दिलचस्प है। इन सीटों में अमलापुरम, अनाकापल्ली, अनंतपुरम, बापटला, एलुरु, काकीनाडा, नरसापुरम, राजमुंदरी, विशाखापट्टनम, विजयनगरम, खम्माम, श्रीनगर, मुंगेर, भोंगिर, सिंहभूम, आदिलाबाद, बर्दवान-दुर्गापुर, कालाहांडी और निजामाबाद शामिल हैं। इनमें से ज्यादातर सीटें दक्षिण भारत में ही हैं।