भारत के पूर्व भाग में स्थित बिहार एक विशेष राज्य है। यह राज्य ऐतिहसिक दृष्टिकोण से देश का सबसे बड़ा केंद्र है। आप यह भी कह सकते हैं कि बिहार के बिना भारत अधूरा है। बौध धर्म के लोगों द्वारा यहां विहार करने की वजह से इस राज्य का नाम बिहार पड़ा। बिहार की पावन भूमि पर अनेक संतो का जन्म हुआ था। जिस समय भारत के अधिकतर लोग पढ़ना लिखना नहीं जानते थे, उस दौरान शिक्षा का सबसे पड़ा केंद्र नालंदा विश्वविद्यालय बिहार की राजधानी पाटलिपुत्र यानी की पटना में स्थित था।
बिहार की भूमि पर अशोक, अजातशत्रु, बिम्बिसार और अन्य महान राजाओं का जन्म हुआ। ना सिर्फ आध्यात्मिक बल्कि राजनैतिक लिहाज से भी बिहार अहम स्थान रखता है। अंग्रेजों ने 22 मार्च 1912 को बंगाल से अलग कर एक राज्य का गठन किया और उसका नाम बिहार रखा गया। पुराने समय में इसे मगध के नाम से जाना जाता था।
जातीय समीकरण
बता दें कि बिहार में हिंदुओं की सर्वाधिक आबादी है। बिहार में अति पिछड़ा वर्ग की आबादी 36.01%, पिछड़े वर्ग की आबादी 27.12%, SC-19.65%, ST- 1.6% और मुसहर की आबादी 3% बताई गई है। राज्य की कुल आबादी तेरह करोड़ से ज्यादा यानी 13,07,25,310 है। इस राज्य में मुसलमान 17. 7088 फीसदी, यादव 14. 2666 फीसदी, कुर्मी 2.8785 फीसदी, कुशवाहा 4.2120 फीसदी, ब्राह्मण 3.6575 फीसदी, भूमिहार 2.8683 फीसदी, राजपूत 3.4505 फीसदी, मुसहर 3.0872 फीसदी, मल्लाह 2.6086 फीसदी, बनिया 2.3155 फीसदी और कायस्थ 0.60 फीसदी लोग हैं। बिहार में पुरुष की जनसंख्या 6 करोड़ 41 लाख और महिला की जनसंख्या 6 करोड़ 11 लाख है।