छोटानागपुर के पठार पर अवस्थित झारखण्ड भारत के पूर्वी क्षेत्र में है। 2000 में बिहार के दक्षिणी हिस्से को विभाजित कर इस राज्य का गठन किया गया। रांची झारखण्ड की राजधानी है। झारखण्ड मुख्य रूप से खनिजों का प्रदेश है। लोहा, कोयला, माइका, बाक्साइट, फायर-क्ले, ग्रेफाइट, कायनाइट, सेलीमाइट, चूना पत्थर, युरेनियम और दूसरी खनिज यहां प्रचुर मात्रा में पाई जाती है। झारखण्ड की आबादी लगभग 32,988,134 है। झारखण्ड को 5 प्रमंडलों में बांटा गया है। यहां 24 जिले हैं। धनबाद, बोकारो, हजारीबाग एवं जमशेदपुर यहां की औद्योगिक नगरी हैं। राज्य का ज्यादा हिस्सा वन क्षेत्र है।
ऐतिहासिक झारखण्ड
झारखण्ड का इतिहास काफी पुराना है। हज़ारीबाग में लगभग 5000 साल पुराना गुफा चित्र मिला है। इसके अलावा यहां पुराने लोहे के औज़ार और मिट्टी के बर्तन भी मिलते हैं। झारखण्ड मगध का हिस्सा रहा है जिस पर मौर्य साम्राज्य शासन रहा है। ईस्ट इण्डिया कम्पनी का कोलकाता में आने के बाद इस इलाके में अंग्रेजों का अच्छा प्रभाव रहा। सीधे-साधे आदिवासियों पर अंग्रेजों ने खूब अत्याचार किए। यही कारण रहा कि यहां समय-समय पर अंग्रेजों के खिलाफ बहुत से विद्रोह हुए। इन विद्रोहों में प्रमुख रूप से पहाड़िया विद्रोह, मांझी विद्रोह, तमाड़ विद्रोह, सांथालों का विद्रोह, खड़िया विद्रोह और बिरसा मुंडा के नेतृत्व में मुंडा विद्रोह शामिल हैं। बिरसा मुंडा झारखंड के लोगों के लिए आज भी भगवान की तरह हैं। आजादी के बाद झारखण्ड 15 नवम्बर 2000 तक बिहार का हिस्सा रहा।