पुडुचेरी भारत का एक केन्द्र शासित प्रदेश है जो बंगाल की खाड़ी के तट पर स्थित है। 2006 से पहले उसे पॉन्डिचरी के नाम से जाना जाता था। पुडुचेरी अपने पर्यटन के लिए पूरे विश्व में मशहूर है। पर्यटन यहां आय का मुख्य स्रोत है। पुडुचेरी में ऐसे कई प्राचीन किले, चर्च, मंदिर, स्मारक और पार्क बने हुए हैं, जो लाखों पर्यटकों को आकर्षित करते हैं। इसके अलावा यहां के लोग मछली उत्पादन को प्रमुखता देते हैं। पुडुचेरी का क्षेत्रफल 492 किमी है जो 4 पृथक (बिना जुड़े हुये) जिलों में बंटा हुआ है। ये चार जिले हैं पुडुचेरी शहर, कराईकल, यानम और माहे। यहां की आबादी 12,47,953 है। यहां की राजभाषा तमिल, अंग्रेज़ी, मलयालम और तेलुगू है।
इतिहास
कई इतिहासकारों ने पुडुचेरी को साधु अगस्त्य का निवास स्थान बताया है। पुडुचेरी के बारे में पढ़ने पर पता चलता है कि यहां पल्लव राजवंश चोल, पंड्या और विजयनगर, मदुरई सल्तनत जैसे दूसरे कई दक्षिणी राजवंशों का शासन रहा है। इतिहास में यह एक व्यापार केंद्र के रूप में भी जाना जाता है जहां यूरोप के बने उत्पाद आयात किये जाते थे। फ्रांसीसियों की इस शहर में काफी रुचि रही। कई बार अंग्रेजों ने इस पर कब्जा करना चाहा पर यहां हमेशा फ्रांसीसियों का ही शासन रहा। जब फ्रेंच भारत का अस्तित्व समाप्त हो गया तब 1 नवंबर 1954 को पुडुचेरी को भारतीय संघ में शामिल किया गया। 16 अगस्त 1962 को पूरे तरीके से भारत का हिस्सा हो गया।