भारत के उत्तर-पूर्वी सीमा पर स्थित त्रिपुरा देश का तीसरा सबसे छोटा राज्य है। अगरतला त्रिपुरा की राजधानी है। त्रिपुरा का क्षेत्रफल 10,492 किमी है जबकि आबादी 36,73,917 है। प्रशासनिक उद्देश्य से राज्य को 8 जिलों, 23 उपखंडों और 58 विकास खंडों में विभाजित किया गया है। ये जिले हैं धलाई, उत्तर त्रिपुरी, दक्षिणी त्रिपुरी, पश्चिमी त्रिपुरा, खोवाई, सिपाह जाला, गोमती और उनाकोटी। त्रिपुरा के लोगों का मुख्य पेशा खेती है। इसके अलावा पर्यटन की दृष्टि से भी त्रिपुरा काफी मशहूर है क्योंकि राज्य के अधिकतर क्षेत्र में जंगल है जो पर्यटकों को बहुत लुभाते हैं।
इतिहास
ऐसा कहा जाता है कि त्रिपुरा की स्थापना माणिक्य नाम की इंडो मंगोलियन की रहने वाली आदिवासियों के मुखिया ने 14वीं शताब्दी में की थी। इसके अलावा महाभारत, पुराण तथा अशोक के शिलालेखों में त्रिपुरा का उल्लेख मिलता है। त्रिपुरा को मुगलों के बार-बार के आक्रमण का भी सामना करना पड़ा था। 19वीं शताब्दी में महाराजा वीरचंद्र किशोर माणिक्य बहादुर ने त्रिपुरा में नए युग की शुरूआत की और प्रशासनिक ढांचों में प्रभावशाली सुधार हुये। भारतीय गणराज्य में विलय से पहले यहां एक राजशाही व्यवस्था थी। 1949 में त्रिपुरा भारतीय गणराज्य में शामिल हुआ और राज्यों के निर्माण के वक्त इसे केंद्रशासित प्रदेश बनाया गया। 1972 में यह पूर्ण राज्य बना।