उत्तर प्रदेश के सुल्तानपुर लोकसभा सीट की अपनी एक खास अहमियत है। उत्तर प्रदेश में गोमती किनारे बसे सुल्तानपुर पर लंबे समय तक कांग्रेस का कब्जा रहा है, लेकिन रायबरेली और अमेठी की तरह कभी इसे वीवीआईपी सीट की अहमियत नहीं मिल सकी। इस सीट से साल 2014 में भाजपा के टिकट पर वरुण गांधी ने चुनाव जीतकर संसद भवन का सफर तय किया था। साल 2014 के लोकसभा चुनाव में भाजपा के वरुण गांधी ने 4 लाख 10 हजार 348 वोट लाकर जीत हासिल की थी। वहीं बसपा के पवन पांडेय को 2 लाख 31 हजार 446 वोट हासिल हुए थे। सपा उम्मीदवार शकील अहमद 2 लाख 28 हजार 144 वोटों के साथ तीसरे स्थान पर रहे थे।
सुल्तानपुर के राजनीतिक इतिहास पर गौर करें तो साल 1957 में यहां से कांग्रेस उम्मीदवार गोविंद की जीत हुई थी। 1962 में कांग्रेस के कुंवर कृष्ण वर्मा विजयी हुए थे। 1967 के चुनाव में कांग्रेस के गनपत सहाय और 1971 में कांग्रेस के ही केदार नाथ सिंह यहां से सांसद चुने गए। लेकिन 1977 में जनता पार्टी के टिकट पर जुल्फी कौरुल्ला ने चुनाव जीता। साल 1980 से 1984 तक इस सीट पर कांग्रेस के गिरिराज सिंह का कब्जा ....