बंगाल में गरमाई सियासत, TMC के छात्र विंग ने जलाई टैगोर, बीजेपी ने जताया आक्रोश

एक बार फिरसे बंगाल में टीएमसी और बीजेपी के बीच तनाव दिखता नजर आ रहा है। दरअसल, टीएमसी के छात्र विंग के एक नेता ने चंचोल कॉलेज में रवींद्रनाथ टैगोर, नरेंद्र मोदी और अमित शाह की तस्वीरों को जलाने के आरोप लगे हैं। भाजापा ने कहा कि इस कृत्य से देश भर की भावनाएं आहात हुईं है।
यह एक आम बात हो गई है कि बंगाल में भाजपा और टीएमसी के बीच झड़प होना। लेकिन इस बार मामला कुछ अलग ही है। पश्चिम बंगाल में बीजेपी और टीएमसी के बीच घमासान चल रहा है। बता दें कि, भाजपा ने तृणमूल कांग्रेस छात्र परिषद (टीएमसीपी) के एक छात्र नेता पर चंचोल कॉलेज परिसर में रवींद्रनाथ टैगोर, प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और गृह मंत्री अमित शाह की तस्वीरों को आग लगाने कोशिश करने का आरोप लगा है। इस बार बीजेपी ने कहा इस हरकत से पूरे देश भर में लोगों की भावनाएं आहात हुई हैं। वह भाजपा शासित राज्यों में बंगालियों पर कथित अत्याचारों के विरोध में मोदी, शाह और टैगोर की तस्वीरों को जलाने की कोशिश करते नजर आ रहे हैं।
ममता को कहा पाखंडी
भाजपा ने आगे कहा कि इस तरह की बर्बरता और दुस्साहस पूरे बंगाली समाज का सिर नीचा दिखाया है। हर एक भारतीय की संवेदनाओं को ठेस पहुंची है। इसके अलावा, ममता बनर्जी पर भाषा आंदोलन के नाम पर पाखंडी और बनावटी नाटक करने का आरोप लगाएं है। इतना ही नहीं, मजूमदार ने कहा कि टैगोर की तस्वीरें को जलाने की कोशिश बंगालियों की संस्कृति के साथ विश्वासघात और बंगाली 'अस्मिता' की भावना को ठेस पहुंचाया है।
इसके साथ ही मजूमदार ने पुलिस और प्रशासन के इस तरह के कृत्य के दोषियों के खिलाफ कार्रवाई करने की मांग की है। अब इस पर प्रतिक्रिया देते हुए, टीएमसी के चंचोल विधायक निहार रंजन घोष ने कहा कि भाजपा ऐसे निराधार आरोपों से जनता का ध्यान भटकाने की कोशिश कर रही है। चंचोल पश्चिम बंगाल के मालदा जिले में स्थित है।
टीएमसी छात्र को नोटिस
मामला जब तूल पकड़ने लगा तो टीएमसीपी के एक वरिष्ठ नेता ने कहा कि जिला अध्यक्ष प्रसून रॉय ने छात्र नेता को कारण बताओ नोटिस जारी कर बंगाल की संस्कृति को बचाने के लिए विरोध प्रदर्शन के दौरान हुई घटना के बारे में स्पष्टीकरण मांगा है। इसके साथ ही टीएमसीपी नेता ने कहा कि वीडियो से हमें जो पता चला है, उसके अनुसार कविगुरु की तस्वीर नहीं जलाई गई थी। जिसके बाद उन्होंने भाजपा पर घटिया राजनीति करने का आरोप लगाया क्योंकि बंगाली भाषी प्रवासियों के प्रति उनके पाखंडी रवैये का बंगाल की जनता के सामने पर्दाफाश हो रहा है।