वैसे भारत में सबसे बड़ा प्याज उत्पादक राज्य महाराष्ट्र है। आगामी महाराष्ट्र विधानसभा चुनाव को लेकर काफी तैयारी चल रही है। महाराष्ट्र राज्य एशिया के सबसे बड़े थोक प्याज बाजार लासलगांव का घर है, जो कि देश में लगभग 40 प्रतिशत प्याज पैदा करता है। लेकिन, हालिया प्याज की निर्यात गाथा 2024 के लोकसभा चुनाव के काफी खराब प्रदर्शन के बाद सत्तारुढ़ महायुति गठबंधन के लिए रास्ते का कांटा साबित हो सकती है।
महाराष्ट्र में प्याज करेगा धमाल
जैसा कि हरियाणा विधानसभा चुनाव में देखा गया कि केंद्र सरकार ने प्याज और बासमती चावल पर निर्यात पर प्रतिबंध हटा दिया था, जिससे हरियाणा और महाराष्ट्र में विधानसभा चुनावों से पहले किसानों को लुभाने का कार्य किया था। एक्सपर्ट के मुताबिक महाराष्ट्र में कयास लगाए जा रहे हैं, क्योंकि निर्यात पाबंदी से भले ही देश में प्याज में दाम लगातार महंगे ही रहे हों, लेकिन विदेशों में प्याज भेजने से महाराष्ट्र के ओनियन बेल्ट को काफी फायदा देखने को मिला।
लोकसभा चुनाव में प्याज के चलते ही बीजेपी की 12 सींटे चली गई
2024 के लोकसभा चुनाव की बात करें, तो बीजेपी को महाराष्ट्र में प्याज किसानों से भारी विरोध का सामना करना पड़ा था। प्याज की कीमतों और विवादास्पद निर्यात प्रतिबंध के चलते व्यापक असंतोष उत्पन्न पैदा हुआ। जिससे राज्य के प्याज उगाने वाले क्षेत्रों में 12 सींटो का नुकसान हुआ था। लेकिन, निर्यात प्रतिबंध अंततः हटा लिया गया। महाराष्ट्र में विशेष रुप से धुले, डिंडोरी, अहमदनगर, पुणे और नासिक के प्याज उत्पादक क्षेत्रों में किसानों को गंभीर नुकसान हुआ क्योंकि निर्यात प्रतिबंधों ने उनकी आजीविका को प्रभावित किया। अप्रैल में गुजरात में प्याज पर निर्यात प्रतिबंध हटाने, जबकि महाराष्ट्र में प्रतिबंध जारी रखने के सरकार के फैसले ने निराशा को और बढ़ा दिया।
2019 में बीजेपी का प्रदर्शन
महाराष्ट्र विधानसभा चुनाव 2019 में बीजेपी ने प्याज उत्पादक क्षेत्रों से कुल 35 विधानसभा सीटों में से 13 निर्वाचन क्षेत्रों में जीतकर यहां पर अच्छा प्रदर्शन किया था। वहीं, 6 सीटें अविभाजित शिवसेना, 7 पर अविभाजित राकांपा, 5 पर कांग्रेस और दो पर एआईएमआईएम की जीत हुई। दो सीटें निर्दलियों ने जीती थीं।