इस बार यानी की साल 2024 के लोकसभा चुनाव में तमिलनाडु की सबसे हॉट सीट कोयंबटूर है। यहां से भाजपा ने अन्नामलाई को चुनावी मैदान में उतारा है। बीजेपी का कहना है कि इस बार इस सीट पर भ्रष्टाचार और परिवारवाद के खिलाफ लड़ाई है। भारतीय जनता पार्टी ने इस सीट पर जिस प्रत्याशी पर दांव लगाया है, उन्हें पीएम छोटा भाई कहते हैं। तो वहीं कोयंबटूर सीट पर कब्जा जमाने के लिए अन्य राजनीति पार्टियों ने भी अपने-अपने प्रत्याशियों को चुनावी मैदान में उतारा है। बता दें कि इस सीट पर मुख्य लड़ाई बीजेपी, AIADMK और DMK के बीच है। तो आइए जानते हैं किस पार्टी ने किस प्रत्याशी पर दांव लगाया है।
बीजेपी प्रत्याशी अन्नामलाई
भाजपा द्वारा कोयंबटूर लोकसभा सीट से पार्टी के प्रदेश अधय्क्ष के. अन्नामलाई को चुनावी मैदान में उतारा है। अन्नामलाई के युवा लीडर हैं। अन्नामलाई ने कोयंबटूर से इंजीनियरिंग की पढ़ाई की थी। इसके बाद उन्होंने सिविल सेवा पास कर वह आईपीएस बन गए। फिर साल 2019 में उन्होंने पुलिस सेवा से इस्तीफा दिया। उस दौरान वह बेंगलुरु दक्षिण के डीसीपी थे। नौकरी छोड़ने के बाद वह 5 अगस्त 2020 को बीजेपी में शामिल हुए। 2021 में महज 36 साल की उम्र में अन्नामलाई कुप्पुसामी को प्रदेश अध्यक्ष बना दिया। जिसके बाद अब वह कोयंबटूर सीट से चुनाव लड़ रहे हैं। अन्नामलाई को तमिलनाडु की राजनीति का 'सिंघम' भी कहा जाता है।
AIADMK प्रत्याशी जी. रामचंद्रन
AIADMK ने कोयंबटूर सीट से जी. रामचंद्रन पर दांव लगाया है। रामचंद्रन को जे. जयललिता के साथ काम करने का अनुभव है। इसके अलावा सिंगाई रामचंद्रन एआईएडीएमके की आईटी विंग के अध्यक्ष हैं। बता दें कि जी. रामचंद्रन, सिंगाई गोविंदरासु के बेटे हैं। जिन्होंने साल 1991 से लेकर 1996 तक सिंगनल्लूर में विधायक के रूप में कार्य किया।
DMK प्रत्याशी गणपति जी. राजकुमार
इसके अलावा DMK प्रत्याशी गणपति जी. राजकुमार भी इस लोकसभा चुनाव को लेकर अति उत्साहित नजर आ रहे हैं। उनका मानना है कि इस सीट पर मुख्य टक्कर DMK और AIADMK के बीच हैं। इसके अलावा जी. राजकुमार ने कहा कि उनकी पार्टी को कोयंबटूर में जनता से अच्छी प्रतिक्रिया मिल रही है। बता दें कि इस सीट पर 19 अप्रैल को मतदान होने हैं। ऐसे में भाजपा, DMK और AIADMK में से किस प्रत्याशी पर जनता भरोसा जताती है, यह देखना काफी दिलचस्प होने वाला है।