पूर्वोत्तर के राज्य मेघालय में लोकसभा की दो सीटें हैं, जिनका नाम शिलांग और तुरा है। यह दोनों ही सीटें कांग्रेस की परंपरागत सीटे रही हैं। बता दें कि इन दोनों ही सीटों पर 19 अप्रैल 2024 को मतदान होना है। शिलांग सीट पर भी कांग्रेस का लंबे समय तक कब्जा रहा है। साल 1998 से ही इस सीट पर कांग्रेस ने कभी हार का सामना नहीं किया है।
इस बार मेघालय की शिलांग सीट पर कांग्रेस और एनपीपी के बीच कांटे की टक्कर है। आइए जानते हैं मेघालय की शिलांग सीट पर किन राजनीतिक दलों ने किन प्रत्याशियों पर दांव लगाया है।
कांग्रेस प्रत्याशी विंसेंट पाला
आपको बता दें कि यह भी कांग्रेस की परंपरागत सीट रही है। साल 1998 से इस सीट पर कभी कांग्रेस को हार नहीं मिली है। इस सीट पर कांग्रेस के विंसेंट पाला सांसद हैं। बता दें कि साल 2009, 2014 और 2019 से लगातार इस सीट से विंसेंट पाला जीत हासिल कर रहे हैं।
मेघालय की राजनीति का चर्चित चेहरा विंसेंट एच पाला कांग्रेस के दिग्गज नेताओं में शुमार हैं। इसके अलावा वह मई 2009 से लेकर अक्टूबर 2012 तक केंद्रीय राज्यमंत्री के पद पर भी रह चुके हैं। वहीं पाला पेशे से इंजीनियर और मेघालय सरकार के लोक निर्माण विभाग के मुख्य इंजीनियर रहे हैं।
एनपीपी प्रत्याशी
कांग्रेस प्रत्याशी को टक्कर देने के लिए एनपीपी ने मेघालय सरकार में कैबिनेट मंत्री अम्पारीन लिंग्दोह को चुनावी मैदान में उतारा है। वहीं भाजपा ने इस सीट से अपना प्रत्याशी नहीं उतारा है। बीजेपी ने अपनी यह सीट सहयोगी एनपीपी को दे दी है। लिंग्दोह के स्व. पिता पीटर जी मार्बानियांग 1989 से 1996 तक लोकसभा सांसद रह चुके हैं।
ऐसे में इस बार इन दोनों प्रत्याशियों के बीच कड़ी टक्कर देखी जा रही है। एनपीपी प्रत्याशी लिंग्दोह साल 2008 से भारतीय राज्य मेघालय से विधानसभा के सदस्य के रूप में कार्य किया है।
मेघालय की इस लोकसभा सीट पर बहुकोणीय मुकाबला होगा। ऐसे में यह देखना काफी ज्यादा दिलचस्प होगा कि विंसेंट पाला अपना गढ़ बचा पाते हैं, या लिंग्दोह पहली बार लोकसभा की दहलीज पर कदम रखेंगी।