केंद्र की मोदी सरकार देश के गरीब परिवार के लिए कई कल्याणकारी योजनाएं चलाई जा रही है। इन योजनाओं में रोजगार से लेकर मकान तक की सुविधा उपलब्ध कराई जाती हैं। आज इस आर्टिकल के जरिए हम आपको केंद्र सरकार की दीनदयाल अंत्योदय योजना मिशन के बारे में बताने जा रहे हैं। बता दें कि इस योजना के तहत गांव और शहरी लोगों के लिए अगल-अलग योजनाएं चलाई जाती हैं। दीनदयाल उपाध्याय अंत्योदय योजना के तहत शहरी घटक राष्ट्रीय शहरी आजीविका मिशन के द्वारा गरीब परिवारों को घर देने से लेकर आजीविका दी जाती है।
बता दें कि इस योजना के तहत गरीब परिवारों के इनकम बढ़ाने की कोशिश की जाती है। दीनदयाल अंत्योदय योजना के तहत ग्रामीण क्षेत्र के गरीब परिवारों को ऱहने के लिए आवास की सुविधा उपलब्ध कराई जाती है। वहीं 16 लाख स्ट्रीट वेंडर्स की पहचान कर उन्हें आईडेंटिटी कार्ड दिए जाने का लक्ष्य शामिल किया गया है। इस योजना के तहत लोगों को लोन पर सब्सिडी दिया जाता है। वहीं दीनदयाल अंत्योदय योजना के तहत 34 लाख से अधिक शहरी महिलाओं को स्वयं सहायता समूह से जोड़ा गया है।
दीन दयाल उपाध्याय अंत्योदय योजना (डे यानी डीएवाई) केंद्र में सत्तारूढ़ नरेंद्र मोदी सरकार की एक महत्वाकांक्षी योजना है, जिसका उद्देश्य कौशल विकास के माध्यम से स्थायी आजीविका के अवसरों को बढ़ाकर शहरी और ग्रामीण गरीब लोगों का उत्थान करना है। आपको बता दें कि भारत सरकार द्वारा शहरी और ग्रामीण गरीबों के लिए दीनदयाल उपाध्याय अंत्योदय योजना की शुरूआत विगत 25 सितंबर 2014 को किया था। दीनदयाल उपाध्याय अंत्योदय योजना के दो घटक हैं– एक शहरी भारत के लिए और दूसरा ग्रामीण भारत के लिए।
यह दस्तावेज होना है जरूरी
दीनदयाल अंत्योदय योजना का लाभ उठाने के लिए लाभार्थी के पास कुछ डॉक्यूमेंट्स का होना जरूरी होता है। इन डॉक्यूमेंट्स में आधार कार्ड, पहचना पत्र, निवास प्रमाण पत्र, आय प्रमाण पत्र, वोटर आईडी कार्ड, मोबाइल नंबर, पासपोर्ट साइज फोटो आदि शामिल है।
अंत्योदय योजना से किसे मिलेगा फायदा
इस योजना का फायदा देश के अंत्योदय कार्ड धारकों और दिव्यांग लोगों को मिलेगा।
लाभार्थियों को हर माह सस्ती कीमत पर खाद्य उपलब्ध किया जाएगा।
अंत्योदय अन्न योजना 2023 के तहत लाभार्थियों को 2 रुपये प्रति किलोग्राम के हिसाब से 35 किलोग्राम गेहूं और धान 3 रुपये प्रति किलोग्राम के हिसाब से मिलेगा।
अंत्योदय अन्न योजना विशेषकर गरीबों के लिए है। जिसके चलते शहरी और ग्रामीण क्षेत्रों के गरीब परिवारों को इसका लाभ मिलेगा।
बता दें कि इस योजना के तहत राज्यों के भीतर TPDS के अंतर्गत आने वाले BPL परिवारों की संख्या से गरीब परिवारों के एक करोड़ गरीबों को 2 रुपये प्रति किलो की रियायती दर पर राशन उपलब्ध कराया जाएगा।
अंत्योदय योजना का लाभ
बता दें कि ग्रामीण क्षेत्र में रहने वाले व्यक्ति को अंत्योदय योजना का लाभ पाने के लिए उस क्षेत्र के पंचायत प्रधान से मुलाकात कर परिवार के सदस्य की आय आदि का विवरण देना होगा। साथ ही एक सादे कागज पर इसका आवेदन देना होगा। फिर ग्राम सभा की तरफ से यह तय किया जाएगा कि उस व्यक्ति का परिवार इस योजना की पात्रता रखता है या नहीं। इस योजना के लिए लाभार्थी के परिवार का चयन होने के बाद ग्रामीण विकास विभाग द्वारा उस लिस्ट को अप्रूव किया जाएगा। वहीं अगर आप शहर में रहते हैं तो इस योजना का लाभ पाने के लिए नगर निगम से संपर्क करने की आवश्यकता है। इस मिशन का लक्ष्य 2023-24 तक चरणबद्ध तरीके से लगभग 10 करोड़ ग्रामीण गरीब परिवारों तक पहुंचना और उनकी आजीविका पर महत्वपूर्ण प्रभाव डालना है।