साल 2024 के लोकसभा चुनाव के लिए चुनाव आयोग ने तारीखों का ऐलान कर दिया है। देश में 7 चरणों में मतदान किए जाएंगे। वहीं 19 अप्रैल से मतदान के पहले चरण की प्रक्रिया शुरू हो जाएगी। हांलाकि राजस्थान में 2 चरणों में चुनाव खत्म हो जाएगा। वहीं 19 अप्रैल को पहले चरण में बीकानेर सीट पर मतदान किया जाएगा। आपको बता दें कि राजस्थान की बीकानेर सीट अनुसूचित जाति के लिए सुरक्षित है। वहीं भाजपा जहां इस सीट से विजय रथ पर है, तो वहीं कांग्रेस भी इस सीट पर कब्जा जमाने की जुगत में लगी है।
बीजेपी प्रत्याशी अर्जुन राम मेघवाल
भारतीय जनता पार्टी ने तीन बार से सांसद अर्जुन राम मेघवाल को बीकानेर सीट से चुनावी मैदान में उतारा है। अर्जुन राम मेघवाल लगातार चौथी बार इस सीट से भगवा लहराने की तैयारी में हैं। मेघवाल धोती-कुर्ता और सिर पर एक पगड़ी पहनते हैं। दरअसल, उनकी वेशभूषा ही उनकी असली पहचान है। वर्तमान समय में वह बीकानेर की लोकसभा सीट से सांसद होने के साथ केंद्र सरकार में कानून मंत्री हैं।
इससे पहले वह केंद्रीय वित्त राज्यमंत्री, केंद्रीय जल संसाधन और गंगा विकास मंत्री समेत कई अन्य महत्वपूर्ण पदों पर रह चुके हैं। बता दें कि अर्जुन राम मेघवार साल 2009 से ही बीकानेर सीट पर विजय प्राप्त करते आ रहे हैं। साथ ही उनको बेस्ट बेस्ट पार्लियामेंटेरियन के अवॉर्ड से भी सम्मानित किया जा चुका है। इससे पहले साल 2019 के लोकसभा चुनाव में भी बीजेपी की तरफ से अर्जुन राम मेघवाल चुनावी मैदान में थे और जीत हासिल की थी।
कांग्रेस प्रत्याशी गोविंद राम मेघवाल
कांग्रेस ने पार्टी के नेता गोविंद राम मेघवाल को बीकानेर की लोकसभा सीट से उम्मीदवार बनाकर चुनावी मैदान में उतारा है। ऐसे में गोविंद राम मेघवाल का सामना बीजेपी प्रत्याशी अर्जुन राम मेघवाल से होगा। गोविंद राम मेघवाल पूर्व में राज्य सरकार के कैबिनेट में मंत्री पद पर रह चुके हैं। इससे पहले साल 2003 में वह पहली बार बीकानेर की नोखा विधानसभा सीट से विधायक बने थे। फिर इसके बाद साल 2018 में वह खाजूवाला सीट से विधायक बनें। वहीं बतौर संसद सचिव के तौर पर भी वह काम कर चुके हैं।
साल 2003-2008 के दौरान गोविंद राम मेघवाल राज्य सरकार में मंत्री रह चुके हैं। साल 2018 में गोविंद राम मेघवाल कांग्रेस पार्टी में शामिल हुए थे। वह छात्र जीवन से ही राजनीति में सक्रिय रहे। पश्चिमी राजस्थान में गोविंद मेघवाल कांग्रेस के बड़े एससी लीडर माने जाते हैं। साल 2014 और 2019 लोकसभा चुनाव के दौरान कांग्रेस पार्टी को लगातार इस सीट से हार का सामना करना पड़ा था। ऐसे में इस बार यह देखना काफी दिलचस्प होगा कि क्या इस बार बीकानेर सीट पर कांग्रेस पार्टी कुछ कमाल दिखा पाएगी।