महाराष्ट्र सरकार ने महिला सुरक्षा को लेकर एक बड़ा कदम उठाया है। महाराष्ट्र सरकार का महिला और बाल विकास विभाग द्वारा चार लाख छात्राओं को आत्मरक्षा की ट्रेनिंग दी जाएगी। महिला एवं बाल विकास विभाग के मंत्री मंगल प्रभात लोढ़ा ने जानकारी देते हुए बताया कि महिलाओं के खिलाफ बढ़ते अपराधों की रोकथाम के लिए इस पहल की शुरूआत की गई है। मंत्री लोढ़ा ने कहा कि महाराष्ट्र सबसे ज्यादा शहरीकृत राज्य है। वहीं समय के साथ ही महिलाओं से जुड़े मुद्दे भी काफी अहम हो चुके हैं। बता दें कि महिला सुरक्षा महाराष्ट्र सरकार के लिए एक बड़ा मुद्दा बन चुका है।
महिला और बाल विकास विभाग की इस पहल का नाम राजमाता जीजाऊ युवती स्वर्णंक्षण प्रशिक्षण कार्यक्रम रखा है। बता दें कि 3 जुलाई यानी की छत्रपति शिवाजी महाराज के राज्याभिषेक के 350वें वर्ष के मौके पर यह कार्यक्रम शुरू हुआ। वहीं 350 तालुकों के स्कूल और विश्वविद्यालय के छात्रों के लिए इस कार्यक्रम को आयोजित किया जाएगा। मंत्री ने बताया कि छात्राओं की जीवनशैली को आधुनिक तकनीक ने बदल दी है। यह उनको गलत रास्ते पर ले जा रही है।
प्राप्त जानकारी के मुताबिक इस कार्यक्रम के जरिए छात्राओं को साइबर क्राइम, आधुनिक तकनीकों, काउंसिलिंग और प्रैक्टिकल के साथ शारीरिक रक्षा में बुनियादी ट्रेनिंग दी जाएगी। राज्य भर में फैले विभाग के कर्मचारी, गैर सरकारी संगठन भारतीय शिक्षण संस्थान, महाराष्ट्र पुलिस और निजी साइबर सुरक्षा विशेषज्ञ, मुंबई विश्वविद्यालय, एसएनडीटी विश्वविद्यालय और राज्य के अन्य सभी विश्वविद्यालय, विद्यार्थी नीधि ट्रस्ट निर्धारित पखवाड़े के दौरान यह सत्र आयोजित होगा।