कांग्रेस नेता राहुल गांधी अपने दो दिवसीय दौरे पर आज यानी की शुक्रवार को मणिपुर पहुंचे हैं। यहां पर उन्होंने राहत शिविर में रहने वाले प्रभावित लोगों से मुलाकात कर उनका हाल जाना। बता दें कि बीते दिन सड़क रास्ते से मोइरांग जा रहे राहुल गांधी को सुरक्षा कारणों से जाने से रोक दिया गया था। जिसके बाद आज राहुल गांधी हेलीकॉप्टर से प्रभावित लोगों के कैंप पहुंचे। उन्होंने दो राहत शिविरों में मौजूद कई प्रभावित लोगों से मुलाकात कर उनकी समस्याएं सुनीं।
राज्यपाल से की मुलाकात
इस दौरान राहुल गांधी के साथ मणिपुर के पूर्व सीएम ओकराम इबोबी सिंह, पार्टी महासचिव (संगठन) केसी वेणुगोपाल, पीसीसी अध्यक्ष कीशम मेघचंद्र सिंह और पूर्व सांसद अजय कुमार भी मौजूद थे। लोगों से मिलने के बाद राहुल ने राज्यपाल अनुसुइया उइके से मुलाकात की। इस मुलाकात के पूरी होने के बाद उन्होंने कहा कि राज्य में शांति व्यवस्था की जरूरत है। वह चाहते हैं कि मणिपुर की शांति बहाल हो। इसके अलावा राहुल ने कहा कि राहत शिविरों में कई कमियां भी हैं। जिसके लिए सरकार को काम करना चाहिए।
सोशल मीडिया पर किया पोस्ट
बता दें कि राहत शिविर का दौरा करते हुए राहुल गांधी ने सोशल मीडिया पर पोस्ट करते हुए हुए कहा कि मणिपुर में हिंसा के कारण अपने प्रियजनों और घरों को खोने वाले लोगों की दुर्दशा देख उनका दिल दहल उठा। वह जिन माताओं, भाईयों और बच्चों से मिले। उनके चेहरे पर मदद की पुकार साफ तौर पर देखी जा सकती थी। मणिपुर को शांति की जरूरत है। ऐसे में हमारे लोगों के जीवन और आजीविका के लिए हम सभी को अब एकजुट हो जाना चाहिए।
खरगे ने बीजेपी पर साधा निशाना
वहीं राहुल के दौरे को लेकर कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे ने भाजपा द्वारा उठाए जा रहे सवालों पर पटलवार किया है। उन्होंने कहा कि बीजेपी हमेशा इसी बात से ईर्ष्या करती आई है। यदि कोई कांग्रेस नेता मणिपुर जाकर लोगों की परेशानियों को समझने का प्रयास करता है। तो वह इसे नाटक करार देते हैं। खरगे ने कहा कि वह ऐसी मानसिकता की कड़ी निंदा करते हैं। अगर केंद्रीय ग्रह मंत्री अमित शाह और बीजेपी के लोग मणिपुर जा सकते हैं। तो कोई विपक्षी नेता वहां क्यों नहीं जा सकता है।