मध्य प्रदेश की ग्वालियर लोकसभा सीट इन दिनों काफी चर्चा में है। इस सीट पर पीएम मोदी की लोकप्रियता के बीच भाजपा को को कड़ी टक्कर मिल रही है। बता दें कि भारतीय जनता पार्टी ने इस सीट से पूर्व मंत्री भारत सिंह कुशवाहा को चुनावी मैदान में उतारा है, तो वहीं कांग्रेस पार्टी ने पूर्व विधायक प्रवीण पाठक को मौका दिया है।
वैसे तो ग्वालियर सीट पर भाजपा और कांग्रेस के बीच मुख्य मुकाबला देखा जा रहा था, लेकिन अब बीएसपी के चुनाव मैदान में कूद पड़ने से यह मुकाबला त्रिकोणीय मुकाबले में बदल गया है। दरअसल बसपा ने इसी सीट से कल्याण सिंह कंसाना पर भरोसा जताया है, ऐसे में देखना है कि इस चुनावी रण में बीएसपी के उतरने से सबसे ज्यादा नुकसान किस पार्टी के प्रत्याशी को उठाना पड़ेगा।
भाजपा प्रत्याशी भारत सिंह कुशवाहा
लोकसभा चुनाव का बिगुल बजने के बाद से पूरे देश समेत मध्य प्रदेश की ग्वालियर लोकसभा सीट पर भारतीय जनता पार्टी का चुनाव प्रचार युद्ध स्तर पर चल रहा है। इस बार ग्वालियर लोकसभा सीट से भाजपा ने भारत सिंह कुशवाहा को अपना प्रत्याशी बनाया है। कुशवाहा शिवराज सरकार में उद्यानिकी मंत्री रह चुके हैं। लेकिन साल 2023के विधानसभा चुनाव ग्वालियर ग्रामीण विधानसभा सीट से उनको करारी हार का सामना करना पड़ा था।
कांग्रेस प्रत्याशी प्रवीण पाठक
ग्वालियर संसदीय क्षेत्र से कांग्रेस पार्टी ने प्रवीण पाठक को उम्मीदवार बनाया गया है। MBS प्रवीण पाठक का यह तीसरा चुनाव है। इस चुनाव से पहले पूर्व विधायक पाठक ग्वालियर दक्षिण विधानसभा क्षेत्र से दो बार चुनाव लड़ चुके हैं। जिनमें से पहले चुनाव में वह 121 वोटों से जीतकर विधानसभा पहुंचे थे। वहीं 2023 के विधानसभा चुनाव में कांग्रेस ने एक बार फिर प्रवीण पाठक पर भरोसा जतायाथा। लेकिन इस बार उनको हार का सामना करना पड़ा था।
बीएसपी प्रत्याशी कल्याण सिंह कंसाना
बसपा ने अपना प्रत्याशी चुनावी मैदान में उतारकर इस मुकाबले को दिलचस्प और त्रिकोणीय बना दिया है। बीएसपी ने इस सीट से किसान नेता कल्याण सिंह कंसाना पर भरोसा जताया है। इससे पहले कंसाना कांग्रेस में थे, लेकिन कांग्रेस से टिकट न मिलने पर गुर्जर नेता कल्याण सिंह कंसाना ने पार्टी से बगावत कर दी। कंसाना का मानना है कि कांग्रेस ने उनके जैसे निष्ठावान कार्यकर्ता के साथ अन्याय किया है। ऐसे में अब वह कांग्रेस को शिकस्त देने के लिए चुनावी मैदान में हैं।