उत्तर प्रदेश की योगी सरकार अब जिलों के सरकारी अस्पतालों की व्यवस्था पर 24 घंटे नजर रखेगी। बता दें कि चिकित्सीय व्यवस्था को बेहतर बनाने के लिए लखनऊ में बने इंटीग्रेटेड कंट्रोल कमांड सेंटर सभी सरकारी अस्पतालों की निगरानी की जाएगी। इस दौरान शासन स्तर से चयनित 16 स्थानों पर कैमरे लगाए जाने के आदेश दिए गए हैं। आदेश मिलने के बाद अस्पताल प्रबंधन ने इसकी तैयारियां भी शुरूकर दी हैं। योगी सरकार इसके जरिए अस्पातल में कर्मचारियों और डॉक्टरों की मौजूदगी की मॉनिटरिंग कर सकेती। यह पहल स्वास्थ्य व्यवस्था को बेहतर बनाए जाने के लिए की जा रही है।
बता दें कि रजिस्ट्रेशन काउंटर पर कर्मचारियों की कमी, अस्पतालों में मरीजों की लंबी भीड़, ओपीडी में डॉक्टरों का समय से न आना आदि पर भी निगरानी रखी जाएगी। असल में जिला अस्पताल में बाहरी लोगों द्वारा दखल किए जाने की शिकायतें सामने आती रहती हैं। वहीं मरीजों और तामीरदारों ने भी शिकायतें दर्ज करवाई हैं। जिसके बाद योगी सरकार ने यह कदम उठाया है। वहीं अस्पताल में अधिक भीड़ होने पर शासन स्तर से मामले की जानकारी ली जीएगी। सरकारी अस्पतालों में निगरानी किए जाने के लिए उत्तर प्रदेश स्वास्थ्य भवन लखनऊ में स्थित आईसीसीसी सेल से अस्पतालों के कैमरों को जोड़ा जाएगा।
कहां लगाए जाएंगे कैमरे
जिला अस्पताल में पहले से कई स्थानों पर सीसीटीवी कैमरे लगे हैं। इसके बाद अब ब्लड बैंक, फार्मेसी (दवा वितरण), लैबोरेटरी, एसएनसीयू वॉर्ड, एंट्रेस गेट, एक्स-रे काउंटर, लेबर रूम, गायनी ओपीडी, ओटी, और सामान्य ओपीडी आदि में भी एक-एक सीसीटीवी कैमरा लगाया जाएगा। इन सभी पर कैमरों पर नजर बनाए रखने के लिए इन्हें लखनऊ स्थित निगरानी सेल से ऑनलाइन जोड़ा जाएगा। ताकि अस्पताल में 24 घंटे होने वाली एक्टिविटी पर नजर रखी जा सके।