2019 में जहानाबाद संसदीय क्षेत्र के चुनावी मुकाबले का परिदृश्य पूर्व की तुलना में परिवर्तित दिखे तो यह आश्चर्य की बात नहीं होगी। राज्य की राजनीति जिस ढंग से करवट ले रही है उसमें दोनों ही मुख्य गठबंधनों से नये चेहरों के मैदान में उतरने की संभावना आकार ले रही है। फिलहाल प्रो. अरुण कुमार इस क्षेत्र के सासंद हैं। 2014 में रालोसपा की उम्मीदवारी से मैदान में उतरने वाले अरुण कुमार ने राजद के सुरेंद्र यादव को हराकर इस सीट पर जीत दर्ज की थी।
अरुण कुमार को 3 लाख 22 हजार 647 वोट जबकि सुरेंद्र यादव को 2 लाख 80 हजार 307 वोट हासिल हुए थे। लेकिन बाद में पार्टी से मतभेद के बाद अरुण कुमार ने राष्ट्रीय समता पार्टी (सेक्युलर) के नाम से अपनी अलग पार्टी बना ली।
जहानाबाद संसदीय क्षेत्र पहले कांग्रेस का गढ़ था। बाद के वर्षों में उसे ध्वस्त कर वामपंथियों ने लाल झंडा गाड़ दिया। इतनी मजबूती से कि लगातार छह चुनावों में भाकपा उम्मीदवार की जीत होती रही। भाकपा नेता रामाश्रय प्रसाद सिंह जहानाबाद से 4 बार चुनकर लोकसभा गए। जहानाबाद क्षेत्र के अंदर विधानसभा की छह सीट....