काराकाट सीट 2009 में लोकसभा बना। इसमें आरंगाबाद जिले की तीन विधानसभा सीट और पुराने विक्रमगंज लोकसभा क्षेत्र की तीन विधानसभा सीटों को शामिल किया गया। 2014 में उपेंद्र कुशवाहा राष्ट्रीय लोक समता पार्टी (रालोसपा) से चुनाव लड़े और 3 लाख 38 हजार 92 वोट लाकर चुनाव जीत गए। राजद की प्रत्याशी एवं पूर्व केंद्रीय मंत्री कांति सिंह 2 लाख 33 हजार 691 वोटों के साथ दूसरे स्थान पर रहीं। जदयू के तत्कालीन विधायक महाबली सिंह 76 हजार 109 वोट लाकर तीसरे स्थान पर रहे। काराकाट लोकसभा के अंतर्गत विधानसभा की छह सीटें आती हैं।
गोह
ओबरा
नवीनगर
नोखा
डेहरी
काराकाट
काराकाट लोकसभा क्षेत्र के अंतर्गत आने वाली छह विधानसभा सीटों में से 2015 में 3 सीटों पर राजद 2 पर भाजपा और 1 सीट पर जदयू ने जीत दर्ज की थी। 1952 में यह क्षेत्र शाहबाद उत्तर-पश्चिम कहलाता था, तब निर्दलीय कमल सिंह ने कांग्रेस की कलावती देवी को हराया था। नए परिसीमन ने बिक्रमगंज संसदीय क्षेत्र का नाम बदलकर काराकाट कर दिया गया।....