उजियारपुर सीट 2009 के परिसीमन के बाद बना था। पहले उजियारपुर समस्तीपुर लोकसभा क्षेत्र के अंतर्गत ही आता था। लेकिन वर्ष 2009 में नए परिसीमन में इसे लोकसभा क्षेत्र बनाया गया। 2014 में भाजपा ने अश्वमेघ देवी और आलोक मेहता यानि दो कुशवाहा की लड़ाई का फायदा उठाते हुए इस सीट पर दूसरी अच्छी तादाद यानि यादव जाति के नित्यानंद राय को चुनाव लड़ाया और उन्होंने जीत दर्ज की।
नित्यानंद राय को 3 लाख 17 हज़ार 352 वोट मिले वहीं राजद के आलोक मेहता को 2 लाख 56 हज़ार 883 वोट प्राप्त हुए। जदयू की अश्वमेघ देवी 1 लाख 19 हज़ार 669 मतों के साथ तीसरे स्थान पर रहीं। चौथे स्थान पर सीपीआई के रामदेव वर्मा और पांचवें स्थान पर बीएसपी के धर्मेंद्र सहनी थे। दिलचस्प बात यह है कि इस संसदीय क्षेत्र के चुनाव में छठे स्थान पर नोटा रहा जिसमें 6171 लोगों ने वोट दिए थे। नित्यानंद इससे पहले हाजीपुर विधानसभा क्षेत्र का प्रतिनिधित्व करते रहे हैं। साल 2000 से 2010 के बीच वो लगातार चार बार विधायक चुने गए। वर्तमान में नित्यानंद राय बिहार भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष भी हैं। उजियारपुर के अंतर्गत छह विधानसभ....