महाराष्ट्र की 48 लोकसभा सीटों में से परभनी एक महत्वपूर्ण निर्वाचन क्षेत्र है। इस संसदीय क्षेत्र में परभनी और झलना जिले का हिस्सा शामिल है। पहले परभनी को प्रभावती नगर कहा जाता था। 1956 में इसे बंबई में शामिल किया गया और बाद में यह महाराष्ट्र का हिस्सा बना। परभनी की सीमाएं आंध्र प्रदेश से सटी हैं। यहां मुख्य मुकाबला कांग्रेस और शिवसेना-बीजेपी के बीच ही होता रहा है। 1957 से 1984 तक इस सीट से लगातार कांग्रेस ही जीतती रही। 1989 से 1996 तक इस सीट पर शिवसेना (बीजेपी के साथ गठबंधन) का कब्जा रहा। 1998 में कांग्रेस जीती तो 1999 में फिर शिवसेना ने वापसी की और इसके बाद 2004, 2009 और 2014 के चुनाव में भी लगातार जीत दर्ज करने में सफल रही। 2014 के लोकसभा चुनाव में संजय हरीभाऊ जाधव इस सीट से सांसद चुने गए, उन्हें 578455 वोट मिले थे, जबकि उनके प्रतिद्वंदी विजय मानिकराव भांबले को 451300 वोट मिले थे। इस संसदीय क्षेत्र के अंतर्गत 6 विधानसभा सीटें आती हैं-
जिन्तूर
परभनी
गंगाखेड़
पाथरी
परतुर
घनसा....