महाराष्ट्र की सांगली लोकसभा सीट का पुराना नाम मिरज था, 1967 में इसका नाम सांगली लोकसभा सीट हो गया। इस सीट पर करीब 52 सालों तक कांग्रेस का कब्जा रहा। कांग्रेस के इस दबदबे को 2014 में आई मोदी लहर ने तोड़ा और बीजेपी के संजय पाटील यहां से सांसद चुने गए। संजय कभी कांग्रेसी हुआ करते थे। 2014 के चुनाव में संजय पाटील को 611,563 वोट मिले, जबकि दूसरे नंबर पर रहे कांग्रेस के प्रतीक पाटील को 372,271 वोट मिले थे। सांगली लोकसभा सीट के अंतर्गत 6 विधानसभा सीटें आती हैं-
मिरज
सांगली
जाठ
खानापुर
फालुस काडेगांव
तासगांव-कवाथे महाकाल
यहां की विधानसभा सीटों पर बीजेपी का दबदबा है। मिरज, सांगली, जाठ में बीजेपी, खानपुर में शिवसेना, फालुस काडेगांव में कांग्रेस और तासगांव-कवाथे महाकाल में एनसीपी के विधायक हैं।
सांगली लोकसभा सीट पर 1967 से कांग्रेस की जीत का जो सिलसिला शुरू हुआ, वह 2014 में 52 सालों बाद टूटा। 1967 में कांग्रेस से एसडी पाटील, 1971 से 1980 तक ....