दीर्घकाल तक अनुसूचित जाति के लिए सुरक्षित रहा नवादा संसदीय क्षेत्र जब से सामान्य हुआ है, तब से ‘नवादा का बेटा, नवादा का नेता’ बड़ा मुद्दा बना हुआ है। लेकिन चुनावी राजनीति को यह थोड़ा भी प्रभावित नहीं कर पाता है। अतीत पर नजर डालें तो आजादी के बाद यहां 15 लोकसभा चुनाव हुए हैं, 2019 में 16वां होना है। 15 आम चुनावों में से 13 में मुख्य दलों के बाहरी उम्मीदवारों की जीत हुई है।साल 2014 में इस सीट पर भाजपा के फायर ब्रांड नेता व केंद्रीय मंत्री गिरिराज सिंह ने राजद के राजबल्लभ यादव को हराकर इस सीट पर अपनी जीत दर्ज की थी। गिरिराज सिंह को 3 लाख 90 हजार 248 जबकि राजबल्लभ यादव को 2 लाख 50 हजार 91 वोट हासिल हुए थे। जदयू के कौशल यादव को 1 लाख 68 हजार 217 मत प्राप्त हुए थे। नवादा लोकसभा क्षेत्र के अंतर्गत विधानसभा की छह सीटें आती हैं।
बरबीघा
रजौली
हिसुआ
नवादा
गोबिन्दपुर
वारसलीगंज
2015 के विधानसभा चुनाव में नवादा के अंतर्गत आने वाली इन छह सीटों में से 2 भाजपा, 2 राजद जबकि 2 पर कांग्रेस का कब्जा है। नवादा में साल 195....