महाराष्ट्र की 48 लोकसभा सीटों में से एक है रत्नागिरी सिंधुदुर्ग। यह लोकसभा सीट 2008 में अस्तित्व में आई। पहला चुनाव 2009 में हुआ जिसमें कांग्रेस के नीलेश राणे को जीत मिली और दूसरे चुनाव में शिवसेना के विनायक राउत सांसद चुने गए। 2009 के लोकसभा चुनावों में कांग्रेस के नीलेश राणे को 3,53,915 वोट मिले थे, जबकि उनके प्रतिद्वंद्वी शिवसेना के सुरेश प्रभु को 3,07,165 वोट मिले थे। बता दें कि सुरेश प्रभु मोदी सरकार में रेल मंत्री रह चुके हैं। 2014 में शिवसेना के विनायक राउत जीते, उन्हें 4,93,088 वोट मिले, जबकि दूसरे नंबर पर रहे नीलेश राणे को 3,43,037 वोट मिले थे। रत्नागिरी सिंधुदुर्ग लोकसभा सीट के तहत विधानसभा की 6 सीट आती हैं-
चिपलून
रत्नागिरी
राजापुर
कुडल
सांवतवाडी
कांकावली
चिपलून, रत्नागिरी, राजापुर, कुडल, सांवतवाडी विधानसभा सीट पर शिवसेना का कब्जा है। सिर्फ एक सीट कांकावली कांग्रेस के पास है। चुनाव आयोग के आंकड़ों के मुताबिक, 2014 के लोकसभा चुनाव में यह....