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उत्तराखंड

uttarakhand
  • जनसंख्या: 11700099
  • पुरुष: 5960315
  • महिला: 5739784
  • विधानसभा सीटें: 70
  • लोकसभा सीटें: 5
  • राजधानी: देहरादून

जातीय समीकरण

साल 2011 की जनगणना के हिसाब से इस राज्य की जनसंख्या 1,01,16,752 थी। लेकिन साल 2023 की अनुमानित जनसंख्या 11,700,099 है। जिनमें से पुरुषों की अनुमानित जनसंख्या 5,960,315 और महिलाओं की अनुमानित जनसंख्या 5,739,784 है। प्रदेश में हिन्दू   85.00%, मुसलमान      18 फीदसी, सिख 3 फीसदी और ईसाई धर्म के 0.32% लोग हैं। ऐसे में चुनावों के दौरान यहां पर हिंदू-मुसलमानों की सियासत देखने को मिलती है। जाति के आधार पर उत्तराखंड को सवर्णों का प्रदेश भी कहा जा सकता है। ऐसे में राज्य के ब्राह्मण किंगमेकर की भूमिका निभाते हैं।

दो पार्टियों में मुख्य टक्कर

राज्य के गठन के बाद से उत्तराखंड में चार बार विधानसभा के आम चुनाव हुए हैं। इन सभी चुनावों में मुख्य लड़ाई बीजेपी और कांग्रेस के बीच देखने को मिलती है। हांलाकि राज्य में बारी-बारी से दोनों पार्टियों की सरकार बनी है। वर्तमान में राज्य में बीजेपी की सरकार है। उत्तराखंड में विधानसभा की कुल 70 सीटें हैं और लोकसभा की कुल 5 सीटें हैं। हांलाकि इस बार विधानसभा चुनाव में आप पार्टी भी पूरी तैयारी के साथ उतर रही है।

बीजेपी ने 5 साल में दिए तीन सीएम

साल 2022 के विधानसभा चुनावों के नतीजे कई मायनों में चौंकाने वाले थे। क्योंकि दोनों ही पार्टी के दिग्गज नेताओं की साख दांव पर लगी थी। इस चुनाव में बीजेपी के खाते में 47 सीटें, कांग्रेस के खाते में 19 सीटें आईं। वहीं बसपा को 2 सीट और निर्दलीय को 2 सीटों के साथ संतोष करना पड़ा। इससे पहले साल 2021 में पुष्कर सिंह धामी राज्य के युवा सीएम बने थे। वहीं मार्च 2022 में उन्होंने एक बार फिर उत्तराखंड के 11वें मुख्यमंत्री के तौर पर शपथ ली।

बता दें कि साल 2022 के विधानसभा चुनाव में पुष्कर सिंह धामी खटीमा निर्वाचन क्षेत्र से अपनी सीट हार गए थे। लेकिन इसके बावजूद उन्होंने राज्य के 11वें सीएम के तौर पर शपथ ली। 23 मार्च 2022 को शपथ समारोह संपन्न हुआ था। इसी शपथ ग्रहण के साथ ही बीजेपी ने राज्य में लगातार दूसरी बार सत्ता पर कब्जा किया।


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उत्तराखंड राज्य के गठन के बाद से उत्तराखंड में चार बार विधानसभा के आम चुनाव हुए हैं। इन सभी चुनावों में मुख्य लड़ाई बीजेपी और कांग्रेस के बीच देखने को मिलती है। साल 2017 के विधानसभा चुनावों में जीत मिलने के बाद बीजेपी ने 5 साल के अंदर राज्य को 3 सीएम दिए।

उत्तराखंड में कई सारे तीर्थस्थल भी है। इसी वजह से भी इस प्रदेश को 'देव भूमि' के नाम से भी जाना जाता है। उत्तराखंड पहले उत्तर प्रदेश में शामिल था। वहीं 9 नवम्बर 2000 को उत्तराखंड को अलग करके 27वें राज्य का दर्जा दिया गया। देवभूमि के नाम से फेमस उत्तराखंड राज्य की धार्मिक, सांस्कृतिक और ऐतिहासिक पार्श्वभूमि काफी समृध्द है। राज्य में हिंदू धर्म का प्रभाव अधिक होने के कारण यहां की जीवनशैली में इसी धर्म की अधिकता देखने को मिलती है। यहां पर हरिद्वार, ऋषिकेश, देहरादून, उत्तरकाशी, गंगोत्री, यमुनोत्री, केदारनाथ और बद्रीनाथ जैसे फेमस और पवित्र तीर्थस्थल है।

जातीय समीकरण

साल 2011 की जनगणना के हिसाब से इस राज्य की जनसंख्या 1,01,16,752 थी। लेकिन साल 2023 की अनुमानित जनसंख्या 11,700,099 है। जिनमे....

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