यह लोकसभा सीट मध्य प्रदेश की 29 लोकसभा सीटों में से एक है। इस सीट पर मुख्य मुकाबला कांग्रेस और बीजेपी के बीच ही रहा है। बीजेपी के नंदकुमार चौहान इस सीट से सबसे ज्यादा बार जीते हैं। वह 1996, 1998, 1999 और 2004 का चुनाव जीतने में सफल रहे। 2009 में हारने के बाद 2014 में वह दोबारा इस सीट पर कब्जा जमाने में सफल रहे। 2014 के लोकसभा चुनाव में चौहान ने कांग्रेस अरुण यादव को हराया था। नंदकुमार को 7,17,357 वोट मिले थे, जबकि अरुण यादव को 4,57,643 वोट मिले।
खंडवा लोकसभा क्षेत्र के तहत विधानसभा की 8 सीटें आती हैं।
बगाली
पंधाना
भीखनगांव
मंधाता
नेपानगर
बदवाह
खंडवा
बुरहानपुर
खंडवा में लोकसभा का पहला चुनाव 1962 में हुआ था जिसमें कांग्रेस ने जीत हासिल की थी। 1967 और 1971 के चुनाव में भी कांग्रेस ने ही जीत हासिल की। 1977 में भारतीय लोकदल ने इस सीट पर कब्जा किया। 1980 में कांग्रेस फिर से जीती और अगले चुनाव में भी वह जीत बरकरार रखने में सफल रही। 1989 में पहली बार बीजेपी के हाथों खंडवा सीट लगी, लेकिन 1991 में यह सीट वापस....