मध्य प्रदेश की यह लोकसभा सीट खेती के मामले में पिछड़े इलाकों में गिना जाता है। इस सीट पर बीजेपी का कब्जा है। बीजेपी सांसद ज्ञान सिंह ने 2016 के उपचुनाव में कांग्रेस के हिमाद्री सिंह को हराया था। दरअसल, बीजेपी दलपत सिंह परस्ते की मौत के बाद इस सीट पर उपचुनाव हुए थे। शहडोल लोकसभा सीट अनुसूचित जनजाति के उम्मीदवार के लिए आरक्षित है।
2014 के लोकसभा चुनाव में बीजेपी के दलपत सिंह ने कांग्रेस के राजेश सिंह को हराया था। दलपत सिंह को 5,25,419 वोट मिले थे, वहीं राजेश सिंह को 2,84,118 वोट मिले थे। शहडोल लोकसभा सीट के अंतर्गत विधानसभा की 8 सीटें आती हैं।
जयसिंहनगर
अनूपपुर
मानपुर
जैतपुर
पुष्पराजगढ़
बरवारा
कोटमा
बांधवगढ़
विधानसभा की 8 सीटों में से 4 पर बीजेपी और 4 पर कांग्रेस का कब्जा हैं। शहडोल लोकसभा सीट पर 1957 में पहला चुनाव हुआ था जिसमें कांग्रेस के कमल नारायण सिंह जीते थे। इस सीट पर 5 बार बीजेपी तो 7 बार कांग्रेस ने जीत हासिल की है। 1996, 1998, 1999 और 2004 के चुनाव में बीजेपी को यहां पर लगातार जीत....