करौली-धौलपुर लोकसभा सीट राजस्थान की राजनीति में खासा महत्व रखता है। धौलपुर पूर्व मुख्यमंत्री वसुंधरा राजे की ससुराल है। वर्तमान में यहां से भाजपा के मनोज राजौरिया सांसद हैं। साल 2014 के लोकसभा चुनाव में भाजपा के मनोज राजौरिया ने कांग्रेस के लक्खिराम बैरवा को 27 हजार 216 वोट से शिकस्त दी। मनोज राजौरिया को 4 लाख 2 हजार 407 और कांग्रेस के लक्खिराम बैरवा को 3 लाख 75 हजार 191 वोट मिले थे।
करौली-धौलपुर पर गौर करें तो यह संसदीय सीट 2008 के परिसीमन के बाद अस्तित्व में आई अनुसूचित जाति के लिए आरक्षित सीट है। इससे पहले यह क्षेत्र बयाना लोकसभा सीट के अंतर्गत आता था। 1962 में हुए पहले आम चुनाव में इस सीट पर निर्दलीय उम्मीदवार टीकाराम पालीवाल ने जीत दर्ज की। वहीं 1967,1971 और 1980 में कांग्रेस के दिग्गज नेता रहे जगन्नाथ पहाड़िया यहां से तीन बार चुनाव जीत कर लोकसभा पहुंचे। वहीं 1977 की जनता लहर में श्याम सुंदल लाल सांसद बनें। 1984 में कांग्रेस के लाला राम यहां से सांसद बने। लेकिन 1989 से 2004 तक लगातार 6 बार बीजेपी ने इस सीट पर कब्जा जमाया। जिसमें 1991 से....