गुजरात के सौराष्ट्र इलाके में आने वाला राजकोट प्रदेश का चौथा सबसे बड़ा शहर है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के चुनावी राजनीतिक का आगाज राजकोट से हुआ था, जब 2001 में मुख्यमंत्री पद की जिम्मेदारी मिलने के बाद वह राजकोट सीट से उपचुनाव में जीतकर विधानसभा पहुंचे थे। वर्तमान मुख्यमंत्री विजय रुपाणी भी राजकोट से ही विधायक हैं। वर्तमान में इस सीट पर भाजपा का कब्जा है और मोहन भाई कुंदरिया यहां से सांसद हैं। साल 2014 के लोकसभा चुनाव में मोहन भाई कुंदरिया को 5 लाख 08 हजार 437 वोट मिले थे वहीं कांग्रेस के कुंवरजी भाई बावलिया को 3 लाख 75 हजार 96 मत प्राप्त हुए थे।
राजकोट के राजनीतिक इतिहास पर गौर करें तो 1962 के चुनाव में स्वतंत्र पार्टी के यूएन देवर ने जीत दर्ज की। 1965 मिनोचर रुस्तम मसानी ने स्वतंत्र पार्टी के टिकट पर चुनाव लड़ा। 1967 में भी स्वतंत्र पार्टी के उम्मीदवार की जीत हुई। 1971 में कांग्रेस के घनश्याम भाई की जीत हुई। 1977 में जो चुनाव हुआ, उसमें भारतीय लोकदल की टिकट पर केशुभाई पटेल ने जीत दर्ज की। इसके बाद 1980 और 1984 के आम चुनाव में कांग्रेस ....