मध्य प्रदेश की इस लोकसभा सीट पर भी बीजेपी का ही दबदबा है। पिछले कई चुनाव से वह लगातार जीतती आ रही है। 1998 में पहली बार यह सीट बीजेपी के खाते में आई और तब से लेकर अब तक यहां सिर्फ कमल ही खिल रहा है। बीजेपी के बोधसिंह भगत यहां के सांसद हैं। 2014 के चुनाव में उन्होंने कांग्रेस की हिना लिखीराम को हराया था। बोधसिंह भगत को 4,80,594 वोट मिले थे, जबकि हिना लिखीराम को 3,84,553 मिले थे।बालाघाट लोकसभा सीट के अंतर्गत विधानसभा की 8 सीटें आती हैं।
बैहर
बालाघाट
बारघाट
लांजी
वारसिवनी
सिवनी
पारसवाडा
कटांगी
विधानसभा की सीटों में से 4 कांग्रेस के पास, 3 बीजेपी और 1 सीट निर्दलीय विधायक के पास है। बालाघाट सीट पर पहला चुनाव 1951 में हुआ था जिसमें कांग्रेस के सीडी गौतम जीते थे। अगले चुनाव में भी कांग्रेस ने जीत हासिल की, 1962 के चुनाव में कांग्रेस की हार हुई। 1967 में कांग्रेस के पास यह सीट दोबारा आ गई।
अगले 2 चुनावों में कांग्रेस यहां जीत हासिल करने में सफल रही। 1996 तक बालाघाट में कांग्रेस का ही दबदबा रहा, लेकिन 1998 म....