मध्य प्रदेश की यह लोकसभा सीट 2008 में अस्तित्व में आई, देवास सीट शाजापुर लोकसभा सीट को खत्म करके बनाई गई है जहां अब तक दो लोकसभा चुनाव हो चुके हैं। यह सीट अनुसूचित जाति के उम्मीदवार के लिए आरक्षित है।
2009 में हुए चुनाव में कांग्रेस के सज्जन सिंह को जीत मिली थी। उन्होंने मोदी सरकार में मंत्री थावरचंद गहलोत को मात दी थी। हालांकि अगला चुनाव बीजेपी ने जीता और 2014 के लोकसभा चुनाव में बीजेपी के मनोहर ऊंटवाल जीतकर संसद पहुंचे। मनोहर ऊंटवाल ने कांग्रेस के सज्जन सिंह को 2,60,313 वोटों से हराया था। मनहोर ऊंटवाल को 6,65,646 वोट मिले थे, जबकि सज्जन सिंह को 4,05,333 वोट मिले थे।देवास लोकसभा क्षेत्र के अंतर्गत विधानसभा की 8 सीटें आती हैं।
आष्टा
शुजालपुर
देवास
आगर
कालापीपल
हटपिपल्या
शाजापुर
सोनकच्छ
यहां की 8 विधानसभा सीटों में से 4 पर बीजेपी और 4 पर कांग्रेस का कब्जा है। देवास जिला इंदौर से करीब 35 किमी की दूर है। यहां माता की टेकरी पर चामुण्डा माता और तुलजा भवानी माता का मन्दिर बहुत मशहूर है।....