मध्य प्रदेश की यह लोकसभा सीट अनुसूचित जनजाति के उम्मीदवार के लिए आरक्षित है। कांग्रेस का गढ़ मानी जानी वाली इस सीट पर पिछले कुछ चुनावो से बीजेपी का कब्जा है। मंडला सीट पर पूर्व केंद्रीय मंत्री फगन सिंह कुलस्ते का दबदबा है। 2014 के लोकसभा चुनाव में फगन सिंह कुलस्ते ने कांग्रेस के ओमकार सिंह को हराया था। कुलस्ते को 5,85,720 वोट मिल, तो ओमकार सिंह को 4,75,521 वोट मिले थे। मंडला लोकसभा क्षेत्र के अंतर्गत विधानसभा की 8 सीटें आती हैं।
शाहपुरा
निवास
लखनादौन
डिंडोरी
मंडला
गोटेगांव
बिछिया
केवलारी
विधानसभा की 8 सीटों में से 6 पर कांग्रेस और 2 पर बीजेपी का राज है।मंडला लोकसभा सीट पर पहला चुनाव 1957 में हुआ था जिसमें कांग्रेस के मंगरुबाबू उईके जीते थे। वह 1971 तक लगातार जीतते आए, लेकिन 1977 के चुनाव में उनकी हार के साथ ही यह सीट कांग्रेस के हाथ से निकल गई। 1980 के चुनाव में कांग्रेस ने दोबारा यहां जीत दर्ज की और 1991 तक जीत का सिलसिला जारी रहा।
इसके बाद 1996 से 2004 तक यहां पर बीजेपी के फगन सिंह कुल....