यह मध्य प्रदेश की वीआईपी सीटों में से एक है। यहां कांग्रेस के दिग्गज नेता दिग्विजय सिंह का दबदबा रहा है। यहां सबसे ज़्यादा जीत कांग्रेस को ही मिली है। दिग्विजय सिंह दो बार यहां से सांसद चुने गए हैं, जबकि उनके भाई लक्ष्मण सिंह 5 बार इस सीट से जीत चुके हैं। फिलहाल इस सीट पर बीजेपी का कब्जा है और रोडमल नागर यहां के सांसद हैं।
2014 के चुनाव में बीजेपी के रोडमल नागर ने कांग्रेस अंलाबे नारायण सिंह को हराया था। नागर को 5,96,727 वोट मिले थे, जबकि अंलाबे नारायण को 3,67,990 वोट मिले थे। राजगढ़ लोकसभा क्षेत्र के अंतर्गत विधानसभा की 7 सीटें आती हैं।
चचौड़ा
ब्यावरा
सारंगपुर
राघोगढ़
राजगढ़
सुसनेर
नरसिंहगढ़
खिलचीपुर
राजगढ़ में 1962 में पहली बार चुनाव हुआ निर्दलीय उम्मीदवार भानुप्रकाश सिंह जीते थे। कांग्रेस ने पहली बार 1984 में यहां जीत हासिल की और दिग्विजय सिंह सांसद चुने गए थे। हालांकि अगले चुनाव में दिग्विजय सिंह हार गए थे। 1991 में दिग्विजय सिंह ने फिर वापसी की और जीतने में सफल रहे। मध्य प्र....