राजस्थान की नागौर लोकसभा सीट से साल 2014 में भाजपा के छोटू राम चौधरी ने चुनाव जीतकर संसद भवन का सफर तय किया था। सीआर चौधरी को 4,14,791 और ज्योति मिर्धा को 3,39,573 वोट मिले। वहीं हनुमान बेनीवाल 1,59,980 वोट के साथ तीसरे स्थान पर रहे थे।
नागौर के राजनीतिक इतिहास पर गौर करें तो साल 1952 में यहां से निर्दलीय उम्मीदवार जीडी सोमानी की जीत हुई थी। 1957 में कांग्रेस का यहां पर खाता खुला था और मथुरा दास विजयी हुए थे। 1960 के उपचुनाव में कांग्रेस के एनके सोमानी और 1962 में कांग्रेस के ही सुरेंद्र कुमार डे यहां से सांसद चुने गए। लेकिन 1967 में कांग्रेस के एनके सोमानी ने स्वतंत्र पार्टी के टिकट पर चुनाव जीता। साल 1971 से 1997 तक इस सीट पर मिर्धा परिवार का कब्जा रहा। 1971 और 1977 में नाथूराम मिर्धा यहां के सांसद चुने गए। 1980 में नाथूराम मिर्धा ने फिर से इस सीट पर जीत दर्ज की। पार्टियां भले ही बदलती रही हों लेकिन नाथूराम मिर्धा का इस सीट पर जीत का क्रम 1996 तक लगातार चलता रहा। लेकिन नाथूराम मिर्धा के निधन के बाद 1997 के उपचुनाव में भाजपा के टिकट पर उनके....